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पंजाब में पराली जलाने के मामले: इस सीजन में 10,000 के पार हुए मामले

20 नवंबर को कुल 179 मामले सामने आए, जिनमें संगरूर और फिरोजपुर में सबसे ज्यादा 26-26 मामले सामने आए।

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Punjab Stubble Burning Cases : पंजाब में पराली जलाने के मामलों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। इस सीजन में 20 नवंबर तक पराली जलाने की कुल 10104 घटनाएं सामने आई हैं। 20 नवंबर को कुल 179 मामले सामने आए, जिनमें संगरूर और फिरोजपुर में सबसे ज्यादा 26-26 मामले सामने आए।

इसके अलावा मुक्तसर में 20, तरनतारन में 15, फरीदकोट में 14 और फाजिल्का में 10 मामले सामने आए हैं।

इसकी तुलना में 20 नवंबर तक पराली जलाने की कुल घटनाएं 2023 और 2022 में क्रमश: 35093 और 49283 थीं और अगर सिर्फ 20 नवंबर की बात करें तो 2024 में जहां सिर्फ 179 मामले सामने आए, वहीं 2023 और 2022 में यह आंकड़ा क्रमश: 634 और 368 था।

पंजाब में इस सीजन में 18 नवंबर तक पराली जलाने के 1647 मामलों के साथ मुख्यमंत्री का जिला संगरूर सबसे आगे है। 1189 मामलों के साथ फिरोजपुर दूसरे, 802 मामलों के साथ तरनतारन तीसरे, 703 मामलों के साथ अमृतसर चौथे स्थान पर है। बठिंडा में पराली जलाने के मामले 670, मुक्तसर में 668, मोगा में 596, मानसा में 560, पटियाला में 536, फरीदकोट में 470, कपूरथला में 321, लुधियाना में 246, फाजिल्का में 233 हैं।

पीपीसीबी के चेयरमैन आदर्श पॉल विग के अनुसार पंजाब में 30 नवंबर तक पराली जलाने के मामलों पर नजर रखी जानी है। अब पराली जलाने के मामलों में कमी आनी शुरू हो गई है। पिछले सालों के मुकाबले इस बार मामले 70 फीसदी कम रहने की संभावना है। यह सब अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों की मेहनत का नतीजा है। किसान भी पहले से ज्यादा जागरूक हो गए हैं। पूरी उम्मीद है कि अगले कुछ सालों में पंजाब में पराली जलाना बंद हो जाएगा।

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