Facials Side Effects : आपको फेशियल कितने दिनों के अंतराल पर कराना चाहिए यह कई चीज़ों पर निर्भर करता है जैसे आपकी स्किन टाइम, उम्र, प्रदूषण से संपर्क आदि। यदि आपकी स्किन नॉर्मल है और पिंपल्स आदि की समस्या नहीं है तो आप दो महीने में एक बार फेशियल करवाएंगे तो भी कोई हर्ज नहीं है। ग्लोइंग खूबसूरत त्वचा के लिए अक्सर महिलाएं फेशियल करवाती हैं, लेकिन इसका भी एक नियम होता है। यानी फेशियल कितने समय के अंतराल पर कराना चाहिए यह पता होना बहुत ज़रूरी है, वरना अधिक फेशियल आपकी खूबसूरती निखारने की बजाय बिगाड़ सकता है।
महीने में एक या दो बार कितना कराएं फेशियल?
आपको फेशियल कितने दिनों के अंतराल पर कराना चाहिए यह कई चीज़ों पर निर्भर करता है जैसे आपकी स्किन टाइम, उम्र, प्रदूषण से संपर्क आदि। यदि आपकी स्किन नॉर्मल है और पिंपल्स आदि की समस्या नहीं है तो आप दो महीने में एक बार फेशियल करवाएंगे तो भी कोई हर्ज नहीं है, लेकिन आपकी स्किन यदि ऑयली है और मुहांसे, ब्लैकहेड्स आदि की समस्या है तो महीने मं एक बार फेशियल ज़रूर कराएं।
फेशियल कराने से पहले ब्यूटीशियन को अपना स्किन टाइप ज़रूर बताएं ताकि वह उसी के मुताबिक, प्रोडक्ट इस्तेमाल करें। कम उम्र की लड़कियों महिलाओं यानी 18 से 25 साल की उम्र तक की महिलाओं को 2/ढ़ाई महीने में एक बार फेशियल करवाना चाहिए, लेकिन 30 की उम्र के बाद एजिंग साइन्स से बचने के लिए हर महीने फेशियल अवश्य करवाएं। यदि आप प्रदूषण के संपर्क में ज्यादा रहती हैं तो भी आपको हर महीने फेशियल करवाने की जरूरत है। ध्यान रहे महीने में 2 या अधिक बार फेशियल करवाने की गलती न करें, इससे त्वचा को नुकसान पहुंचता है।
फेशियल के साइड इफेक्ट्स–
एलर्जी- हर किसी की त्वचा अलग होती है ऐसे में एक जैसे प्रोडक्स सबको सूट नहीं करते, लेकिन ब्यूटी पार्लर में आमतौर पर एक जैसे ही प्रोडक्ट का इस्तेमाल सबके लिए किया जाता है। ऐसे में यदि आपकी स्किन सेंसिटिव है तो फेशियल के बाद आपको स्किन एलर्जी हो सकती है। पीएच बैलेंस बिगड़ना : बहुत अधिक फेशियल करवाने से स्किन का पीएच बैलेंस बिगड़ जाता है। जिससे कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स होने लगती है। कुदरती नमी खोना : कम समय के अंतराल में बार-बार फेशियल करवाने से त्वचा की कुदरती नमी खो जाती है।
खुजली- फेशियल के दौरान कई तरह की क्रीम का इस्तेमाल किया जाता है, इसकी वजह से कई बार सेंसिटिवी स्किन वाली महिलाओं को खुजली की शिकायत हो जाती है। फेशियल में इस्तेमाल होने वाले केमिकलयुक्त पदार्थ चेहरे के लिए नुकसानदायक होते हैं।
त्वचा का लाल होना- फेशियल के दौरान चेहरे पर लंबे समय तक मसाज और स्क्र ब किया जाता है। यदि मसाज सही तरीके न किया जाए तो स्किन रेड हो जाती है जिससे स्किन इंफेक्शन का खतरा रहता है।
पिंपल्स आना- फेशियल के बाद चेहरे के रोमिछद्र खुल जाते हैं जिससे ऑयली स्किन वालों को पिंपल्स आ लगते हैं। स्किन टाइप के अनुसार चुनें सही फेशियल फेशियल का पूरा फायदा उठाना है तो हमेशा अपनी स्किन टाइप के अनुसार ही फेशियल करवाएं।
नॉर्मल-ड्राई स्किन–
नॉर्मल टू ड्राई स्किन वालों को ब्यूटी एक्सपर्ट्स प्लांट स्टेम सेल और क्लासिक फेशियल के विकल्प देते हैं।
क्लासिक फेशियल:
क्लासिक फेशियल में क्लीनिंग, टोनिंग और मसाज किया जाता है। इसमें हाथों के अलावा गैजट्स से भी मसाज किया जाता है। मसाज के समय अंगुलियों को खास तरह से घुमाया जाता है।
प्लांट स्टेम सेल फेशियल:
यह फेशियल स्किन को रिफ्रेश करता है और जवां बनाता है। इसमें त्वचा का अंदर से हेल्दी बनाया जाता है। यह एजिंग साइन को कम करने में मदद करता है। इसमें एक्सफोलिएटर, क्रीम, मास्क, सीरम और अंडर आई जेल जैसे प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
नॉर्मल टू ऑयली स्किन:
ऐसी स्किन वालों का फेशियल के दौरान क्रीम और मॉश्चरराइजर से मसाज नहीं किया जाता। इन लोगों को पर्ल और गोल्ड फेशियल करान चाहिए।
पर्ल फेशियल:
धूप से टैन हुई त्वचा को साफ करके रंगत निखारता है। यदि आपकी स्किन ऑयली है तो पर्ल फेशियल करवाएं। इसमें त्वचा की डीप क्लीनिंग की जाती है। इसें पर्ल मास्क लगाया जाता है।
गोल्ड फेशियल:
इस फेशियल से त्वचा पर सोने सा निखार लाया जाता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर प्रोडक्ट्स में बाइस कैरेट सोना रहता है। इस फेशियल का असर लंबे समय तक रहता है।
स्किन पॉलिशिंग फेशियल:
यदि चेहरे पर दाग धब्बे हैं तो आप यह फेशियल करवा सकती हैं जिसमें ऐसी क्रीम इस्तेमाल की जाती है, जिसमें खास तरह के कॉलिजन होते हैं। यह फेशियल आपको बेदाग निखरी त्वचा देती है।
ओजोन फेशियल:
यदि मुंहासे से परेशान है तो यह फेशियल ज़रूर ट्राई करें। इसमें त्वचा को ओजोन स्टीम देकर मॉइश्चराइज किया जाता है।