हरियाणा के जुलना में करसोला के सरपंच को उपायुक्त द्वारा सस्पेंड कर दिया गया। सरपंच पर गांव में मौजूद तालाब को खत्म करने की कोशिश कर तालाब की जमीन पर चौपाल बनाई गई है।सरपंच के खिलाफ शिकायत करसोला निवासी सुमित कुमार ने दी थी।
शिकायत में बताया गया था कि सरपंच ने जिस किला नंबर पर ई टेंडरिंग के तहत चौपाल बनवाई है। वह तालाब की जमीन है। जिसे खत्म कर सरपंच चौपाल बनाने की कोशिश कर रहे थे।
नियमानुसार तालाब की जमीन पर कोई भी कार्य करना प्रतिबंधित है। जिसके बाद 21 अक्टूबर को करसोला गांव के सरपंच को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। तालाब 200 वर्ग गज में फैला है। जिस पर किसी भी प्रकार का निर्माण नियम के अनुसार नहीं किया जा सकता।
सरपंच के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद जांच के लिए कमेटी नियुक्त की गई। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी। रिपोर्ट में सरपंच के खिलाफ दर्ज की गई शिकायत सिद्ध हो गई। जिस पर सरपंच महेंद्र लाठर ने कहा कि वह जमीन गांव में खाली पड़ी थी। वह इस बात से अंजान थे कि वह जमीन तालाब की है।
सरपंच का इस बात पर कहना है कि खाली पड़ी जमीन तालाब के लिए थी, और ये बात वह नहीं जानते थे। खाली होने के कारण उसने वहां पर चौपाल बनवा दिया। हालांकि दोष सिद्ध होने पर उपयुक्त ने सरपंच को सस्पेंड कर दिया।