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संभल हिंसा के बाद अब शांति और अमन-चैन बहाली की दिशा में बढ़े कदम

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में विवादित जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर स्थल के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के बाद अब यहां के लोग भविष्य की ओर देख रहे हैं और अमन-चैन बहाली की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को पहली बार किये गए जामा मस्जिद के.

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल में विवादित जामा मस्जिद-हरिहर मंदिर स्थल के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के बाद अब यहां के लोग भविष्य की ओर देख रहे हैं और अमन-चैन बहाली की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। संभल में अदालत के आदेश पर 19 नवंबर को पहली बार किये गए जामा मस्जिद के सव्रेक्षण के बाद से ही तनाव दिखने लगा था। अदालत ने यह आदेश जिस याचिका पर दिया उसमें दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है वहां पहले कभी हरिहर मंदिर था। गत 24 नवंबर को मस्जिद का दोबारा सव्रेक्षण किये जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में चार लोगों की मौत हो गयी थी तथा 25 अन्य जख्मी हो गये थे। इससे जिले में दहशत फैल गयी लेकिन अब स्थानीय निवासी सामान्य स्थिति की ओर लौटने के लिए प्रयासरत हैं।

जामा मस्जिद के पास रहने वाले स्थानीय निवासी डॉ. शाने रब ने लोगों की सामूहिक भावना को व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘हमारा संभल ऐसी घटनाओं से तंग आ चुका है। ये घटनाएं हमारे शहर पर एक दाग हैं और हर कोई शांति की राह पर लौटना चाहता है। मुझे विश्वास है कि जल्द ही शांति लौट आएगी।’’ स्थानीय शिक्षक विकास वर्मा ने भी यही बात दोहराते हुए कहा कि ‘‘संभल के लोग इन घटनाओं से बहुत दुखी हैं। हम चाहते हैं कि शांति और सौहार्द कायम रहे।’’ वर्मा ने कहा, ‘‘मुश्किल समय के बाद हम सभी सद्भाव बहाल करने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जल्द ही, संभल फिर से प्रगति की राह पर लौट आएगा।’’ हिंसा के मद्देनजर संभल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खास तौर पर शाही जामा मस्जिद के आसपास, जहां कड़ी निगरानी में जुमे की नमाज अदा की गई। मस्जिद के आसपास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और स्थिति पर नजर रखने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो।

किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए मस्जिद और प्रमुख मार्गों के आसपास पुलिसर्किमयों को तैनात किया गया है।
जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने कहा, ‘‘मैंने शांति व्यवस्था के लिए वीडियो जारी कर अपील की थी कि सभी लोग अमन-चैन और शांति के साथ नमाज पढऩे आएं और नमाज शांति से संपन्न हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी यही कोशिश है कि आगे भी शांति बनी रहे।’’ संभल के ‘स्पेयर पार्ट्स’ के दुकानदार मुशाहिद हुसैन ने उम्मीद जताते हुए कहा, ‘‘अल्लाह का खैर है कि नमाज के दौरान शांति रही। हमारे संभल का जो अमन-चैन चला गया था, वो जल्द वापस आएगा।’’ हुसैन ने कहा, ‘‘इस घटना के बाद दुकानदारी तो बिल्कुल खत्म हो गई है और गत चार दिनों से सुबह आते हैं और शाम को खाली हाथ वापस चले जाते हैं, लेकिन अब लगता है कि जल्दी ही सब कुछ ठीक हो जाएगा। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा, ‘‘आज जुमे की नमाज के बाद बिल्कुल शांति रही, यह अच्छी बात है।’’

किराना व्यापारी रजत गुप्ता ने कहा, ‘‘इस बवाल से हम लोगों का बहुत नुकसान हुआ है, शादियों का सीजन चल रहा है और दुकानदारी नाम की चीज खत्म हो गई है।’’ गुप्ता ने कहा कि ‘‘गांव का ग्राहक तो बिल्कुल आना ही बंद हो गया, शहर के लोग भी कम ही निकल रहे हैं। लेकिन संभल में जल्द ही शांति होगी और दोबारा संभल पहले की तरह होगा।’’ सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र शाही जामा मस्जिद से आधा किलोमीटर दूर स्थित स्थानीय सर्राफा बाजार रहा है। सर्राफा व्यापारी अजय कुमार गुप्ता ने कहा, ‘‘शादी के मौसम के बावजूद हमारी बिक्री में भारी गिरावट आई है। पिछले चार दिनों में, केवल तीन ग्राहक मेरी दुकान पर आए हैं।

कई दुकान मालिकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।’’ इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान के मालिक खुश नवाज ने भी इसी तरह की चिंता जताई और कहा, ‘‘हम बेकार बैठे हैं और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हिंसा ने हमें बुरी तरह से चोट पहुंचाई है।’’ अखिल भारतीय व्यापार संघ के जिला अध्यक्ष राजीव ने आर्थिक प्रभाव पर जोर देते हुए कहा, ‘‘व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लोग बाहर निकलने से डरते हैं और व्यापार ठप हो गया है।’’ अब संभल के लोगों में उम्मीद दिखाई देने लगी है। स्थानीय अधिकारी यह सुनिश्चित करते हुए स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं कि शांति बनी रहे और जिले के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो सकें।

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