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‘इंडस्ट्री की बर्बादी का कारण बन रहे किसान नेता, लगातार आंदोलन की वजह से व्यापारियों ने पंजाब आना किया बंद’

Destruction of Industry : कृषि कानूनों के विरोध में हुए आंदोलन के बाद से अब तक किसानों का संघर्ष लगातार चला आ रहा है। इसका खमियाजा सीधे तौर पर सूबे की इंडस्ट्री भुगत रही है। एक तरफ सूबे में दूसरे राज्यों के व्यापारियों ने आना बंद कर दिया है, तो दूसरी ओर प्रदेश के व्यापारियों.

Destruction of Industry : कृषि कानूनों के विरोध में हुए आंदोलन के बाद से अब तक किसानों का संघर्ष लगातार चला आ रहा है। इसका खमियाजा सीधे तौर पर सूबे की इंडस्ट्री भुगत रही है। एक तरफ सूबे में दूसरे राज्यों के व्यापारियों ने आना बंद कर दिया है, तो दूसरी ओर प्रदेश के व्यापारियों को भी दूसरे राज्यों में व्यापार हेतु जाने के लिए कठिनाई होती है।

कारोबारियों को पहले तो रॉ मटीरियल मंगवाने और उसके बाद तैयार माल भेजने में भी दिक्कत आती है। बीते दिनों किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 6 दिसंबर से किसान संघर्ष तेज करने की घोषणा कर कारोबारियों की धड़कनें बढ़ा दी है। कारोबारियों की अपील है कि किसान नेता सरकार के साथ टैबल पर बैठकर अपने मसले निपटाएं न कि इस तरह से सूबे की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करे।

यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन (यू.सी.पी.एम.ए.) के प्रधान हरसिमरजीत सिंह लक्की का कहना है कि विभिन्न मांगों को लेकर किसानों का सरकार से झगड़ा चल रहा है। किन्तु इस झगड़े का खमियाजा सूबे के कारोबारी उठा रहे हैं। किसानों ने पिछले एक वर्ष से शंभू बॉर्डर रोक रखा है। इस वजह से कारोबारियों को पहले तो रॉ मैटीरियल मंगाने में दिक्कत आती है और उसके तैयार माल भेजने के लिए भी परेशानी उठानी पड़ती है।

व्यापारी पंजाब में व्यापार के लिए आने से कतराने लगे
मणकू एंड कंपनी के एम.डी. गुरचरण सिंह जैमको का कहना है कि किसानों के लगातार धरनों की वजह से पंजाब बदनाम होने लगा है। यही नहीं दूसरे राज्यों के व्यापारी पंजाब में व्यापार के लिए आने से कतराने लगे हैं।

हौजरी इंडस्ट्री पर नाकारात्मक प्रभाव
पुराना बाजार हौजरी मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान कपिल जोशी का कहना है विंटर सीजन में बड़े स्तर पर दूसरे राज्यों के व्यापारी लुधियाना आते हैं। किन्तु इस बार बेहद कम संख्या में व्यापारी लुधियाना आए हैं। किसान आंदोलन का सूबे की हौजरी इंडस्ट्री पर बेहद नाकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने का कारण बन सकते हैं किसान
विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज के चेयरमैन चरणजीत सिंह का कहना है कि जिस तरह किसान आमजन को लगातार परेशान कर रहे है, उससे भविष्य में सूबे का लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता है। इन धरनों की वजह से परेशान कारोबारी व आम लोग बड़े स्तर पर परेशान है। सरकार को खुद इन धरनों पर रोक लगानी होगी।

साइकिल इंडस्ट्री पर पड़ रहा नकारात्मक प्रभाव
बिग बेन इंडस्ट्रीज के तेजविंदर सिंह आहूजा का कहना है कि देश की साइकिल इंडस्ट्री का केन्द्र लुधियाना है। इंडस्ट्री द्वारा अपना 95 फीसदी माल दूसरे राज्यों में बेचा जाता है, किन्तु पिछले कुछ वर्षो से लगातार चले आ रहे किसान आंदोलन की वजह से दूसरे राज्यों में साइकिल पार्ट्स यूनिट लगने शुरू हो गए हैं। अगर सरकार ने हालात न संभाले तो साइकिल इंडस्ट्री को दूसरे राज्यों में पलायन करना होगा।

सूबे की टूरिज्म इंडस्ट्री के खात्मे का कारण बन रहे किसान
पंजाब टैंट डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव शिव शंकर राय का कहना है कि आज दूसरे राज्यों के व्यापारियों ने पंजाब में आना लगभग बंद कर दिया है। इससे सूबे की टूरिज्म इंडस्ट्री को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि किसान सूबे की टूरिज्म इंडस्ट्री के खात्मे का कारण बन रहे हैं।

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