हरियाणा के चरखी–दादरी में सेना के हवलदार के साथ ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में हवलदार को टेलीग्राम ऐप पर कुछ टास्क आदि देकर ठगों ने अपने झांसे में फंसा लिया। तत्पश्चात आरोपियों ने हवलदार से 12.47 लाख रुपए ठग लिए। जब तक हवलदार को समझ आता की क्या हुआ वह लाखों रुपए से हाथ धो बैठा था।
जिसके बाद मामले की सूचना चरखी दादरी साइबर क्राइम पुलिस तक पहुंची। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिसीन राजस्थान से इस ठगी में जुड़े 6 आरोपियों को धर–दबोचा। पूछताछ में सामने आया कि ठगी का यह नेटवर्क काफी बड़ा है। जिसकी कार्रवाई करते हुए पुलिसीन अब तक 14 ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा ओर अधिक गिरफ्तारी भी की जा सकती है।
गिरफ्तार हुआ आरोपी के पास से पुलिस ने 30 एटीम, 7 मोबाइल, 7पास बुक ओर 6 चेक बुक, 1.13 लाख रुपए ओर एक मारुति कार भी बरामद की है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को पुलिस रिमांड में रखा गया है। पूछताछ के दौरान पुलिस के कई सवालों के जवाब मिलने की आशंका है। पुलिस निरंतर आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
प्रेमनगर निवासी सेना के हवलदार पवन कुमार को कॉल कर अपने जाल में फंसाया और कहा कि टेलीग्राम ऐप इंस्टॉल करें। जिसके बाद टेलीग्राम ऐप पर आए कई मैसेजेस में से एक अकाउंट को ओपन कर वह बात करने लगे। इसी बीच ठगों ने अपना जल बिछाया और उसने पवनकुमार फंस गए।
आरोपियों ने पवन कुमार से कहा की उनके द्वारा बताई गई प्रक्रिया से अकाउंट में इन्वेस्ट करने पर अच्छे रिटर्न्स मिलेंगे और हुआ भी कुछ ऐसा ही। पहले तो 100 फिर 200 और उसके बाद 1000 रुपए इन्वेस्ट कर रिटर्न्स मिलने पर उन्होंने लालच में आकर बड़ी रकम इन्वेस्ट कार दी। लेकिन जब पैसे निकले नहीं तो वह घबरा गए।
इसके बाद मैसेज आया कि टास्क अधूरा है इसे पूरा करने पर पैसे निकलेंगे अर्थात् पैसे और अधिक जमा करने के लिए कहा गया। पवन ने किया भी इस प्रकार लेकिन पैसे नहीं निकले। जिसके बाद उन्होंने चरखी–दादरी साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि आरोपियों के तार विदेश से जुड़े होने की आशंका है। बड़ी ही चालाकी से आरोपी वारदात को अंजाम देते है कि पकड़ में आना मुश्किल है। सहायक उप निरीक्षक संजीत कुमार की टीम ने कार्रवाई कर राजस्थान के कई इलाकों से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की पहचान अलीपुर निवासी प्रीतम कुमार, यतीन मीणा और अभिषेक मीणा समेत चंदनहोली निवासी विकास कुमार ताजपुरा निवासी हरिओम व मदाल निवासी रामलखन के रूप में हुई है। इससे पहले भी पुलिस 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। वे लोहावत, नवलगढ़, गंगानगर और अनूपगढ़ के रहने वाले है।
आरोपियों का गैंग बाकियों सदस्यों को बैंक अकाउंट मुहैया कराने का काम करते थे। इसके बाद उन खातों में आने वाली ठगी की राशि से विदेश की वर्चुअल।राशि खरीद ली जाती थी। इसके बाद आरोपी वर्चुअल करेंसी को बेचकर मोटा मुनाफा कमाते थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गिरोह के सरगना का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। अभी तक गिरोह के लीडर की कोई सूचना नहीं है।