Bangladeshi Intruders : दिल्ली पुलिस ने कालिंदी कुंज इलाके में एक अभियान चलाकर झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे लोगों के आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड चेक किए ताकि अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
कालिंदी कुंज स्थित झुग्गी में रहने वाले मुसलमानों ने दावा किया कि वे असम के रहने वाले हैं और पिछले 27 साल से दिल्ली में रह रहे है। एक ने कहा, ‘हम लोग बांग्लादेश के नहीं है। पुलिस आज जांच करने के लिए हमारे यहां पहुंची है और कुछ जरूरी दस्तावेज मांग रही है। हम यहां पर रहते हैं, हमारे मां-बाप गांव में रहते हैं।‘
एक दूसरे मुस्लिम शख्स ने कहा कि वह असम के रहने वाले हैं। उनसे आधार कार्ड और तमाम दस्तावेज मांगे गए। अभी आधार कार्ड नहीं बना है। यहां पर हम 20 साल से रह रहे हैं। हम लोग बांग्लादेश के रहने वाले नहीं हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को अगले दो महीने में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान करने के लिए विशेष अभियान शुरू करने और समयबद्ध तरीके से मौजूदा नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए कहा है।
सचिवालय के अनुसार इसका उद्देश्य दिल्ली में रहने वाले घुसपैठियों की पहचान करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना है। शहर के मुस्लिम समुदाय ने बांग्लादेश संकट का हवाला देते हुए यह कदम उठाने की मांग की है।
मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा एलजी वी.के. सक्सेना से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालने की मांग के बाद उपराज्यपाल सचिवालय ने यह कदम उठाया है। सचिवालय ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को शिकायत के आधार पर सख्त कार्रवाई शुरू करने के लिए पत्र लिखा है।
बीते दिनों उलेमाओं और मुस्लिम नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश में बिगड़ते हालात पर गहरी चिंता जताई थी। एलजी को दिए गए ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में रह रहे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।