नोएडा : उत्तर प्रदेश विजिलेंस टीम ने नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी रवींद्र सिंह यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। विजिलेंस टीम ने नोएडा और इटावा स्थित उनके ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान करोड़ों की संपत्ति, नकदी और अन्य दस्तावेज बरामद किए गए। नोएडा के सेक्टर-47 स्थित आवास से 62.44 लाख रुपये के आभूषण और 2.47 लाख रुपये नकद बरामद हुआ। जांच में यह भी सामने आया कि उनका यह घर लगभग 16 करोड़ रुपये का है। आवासीय परिसर के बाहर इनोवा और क्विड कार भी मिली। इसके अलावा विभिन्न बैंकों में 6 खाते, पॉलिसी और निवेश संबंधी कागजात मिले।
सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमानित कीमत 37 लाख रुपये
आवासीय परिसर में लगे सुख सुविधा के सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की अनुमानित कीमत 37 लाख रुपये बताई जा रही है। वहीं इटावा के अरिसटोटल वल्र्ड स्कूल की भूमि और इमारत की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है। इस स्कूल में लगे सभी उपकरण और फर्नीचर की अनुमानित कीमत 2 करोड़ रुपये है। स्कूल की 10 बसों की अनुमानित कीमत 1.04 करोड़ रुपये है। इस स्कूल का अध्यक्ष आरोपी का बेटा है। रवींद्र सिंह यादव पर 2007 में नोएडा प्राधिकरण में ओएसडी रहते हुए सरकारी भूमि के कथित नियम विरुद्ध आवंटन का आरोप है। यह मामला पहले सीबीआई और अब सतर्कता विभाग की जांच के दायरे में है। रवींद्र सिंह यादव पर 2012 से 2017 तक रिश्वत लेकर संपत्ति बनाने का आरोप है। आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार को लेकर रवींद्र सिंह यादव ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से निलंबित चल रहे हैं।