नई दिल्ली : NIA (राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी) द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में यह बड़ा खुलासा हुआ है कि भारत के प्रमुख गैंगस्टर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आतंकियों के जरिए ऑपरेट हो रहे हैं। इन गैंगस्टरों का इस्तेमाल न सिर्फ टारगेट किलिंग (विशेष लक्ष्यों की हत्या) में किया जा रहा है, बल्कि आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में भी किया जा रहा है। पाकिस्तान से इन गैंगस्टरों के लिए ड्रोन के माध्यम से हथियार, आईडी कार्ड, टिफिन बम और नशीले पदार्थ भेजे जा रहे हैं।
नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरे की घंटी
आपको बता दें कि एनआईए की जांच से यह साफ हो गया है कि पिछले पांच सालों से ये गैंगस्टर टारगेट किलिंग और अन्य गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इनमें से कुछ गैंगस्टर तो जेल से ऑपरेट कर रहे हैं, जबकि कुछ विदेशों में बैठकर आतंकियों के इशारे पर काम कर रहे हैं। इस कड़ी में मोहाली स्थित पंजाब पुलिस इंटेलीजेंस मुख्यालय पर हुआ हमला भी शामिल है। यह गठजोड़ भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है।
चार्जशीट में कई गैंगस्टरों के नाम
एनआईए की चार्जशीट में प्रमुख गैंगस्टरों के नाम हैं, जिनके इशारे पर भारत में बड़ी घटनाएं हो रही हैं। इनमें लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई, सचिन थापन और गोल्डी बरार का नाम भी शामिल है। इसके अलावा, बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी संगठन से जुड़े लखबीर सिंह लांडा और अन्य गैंगस्टरों का भी नाम सामने आया है।
जांच की शुरुआत और प्रिंस वाधवा का खुलासा
इस मामले की जांच 4 अगस्त 2022 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुरू की थी, जब देश के खिलाफ साजिश रचने का मामला सामने आया था। इसके बाद, 26 अगस्त 2022 को एनआईए ने इस केस की जांच अपने हाथ में ली। एनआईए ने 24 मार्च 2023 को इस मामले में पहली चार्जशीट पेश की थी, जिसमें 14 आरोपियों के नाम थे। इसके बाद एनआईए ने कई सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी कोर्ट में पेश की। इन चार्जशीट्स में यह जानकारी भी सामने आई कि प्रिंस वाधवा, जिनका नाम इस मामले में शामिल है, की आवाज का नमूना फोरेंसिक जांच में मेल खा गया है। वाधवा ने धमकी देने के लिए किसी से फोन पर बात की थी।
भारत में हो रही घटनाओं की साजिश
एनआईए की चार्जशीट में यह भी बताया गया कि इन गैंगस्टरों के इशारे पर भारत में कई बड़े अपराधों को अंजाम दिया गया है। गैंगस्टरों के और आतंकियों के बीच का यह गठजोड़ भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।