Benjamin Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास की कैद से रिहा किए गए तीन इजरायली नागरिकों- अगम बजर्र, अर्बेल येहुद और गादी मूसा का स्वदेश में स्वागत किया।
तीनों को गुरुवार को छोड़ा गया। नेतन्याहू ने एक बयान जारी कर रिहाई के तरीके को लेकर हमास की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, ‘अगम, अर्बेल और गादी का स्वागत है।‘‘पूरे इजरायल के साथ ही हम आपका तहे दिल से स्वागत करते हैं।‘
नेतन्याहू ने कहा, ‘यह रिहाई, सबसे पहले, हमारे वीर सैनिकों की बदौलत मुमकिन हुई, और यह उस दृढ़ रुख का भी नतीजा है जो हमने बातचीत के दौरान अपनाया था।‘
हालांकि, प्रधानमंत्री ने इनकी रिहाई को लेकर हमास द्वारा अपनाए गए तरीके पर भी सवाल उठाए। बोले, ‘हम समझौते के उल्लंघन को स्वीकार नहीं करेंगे। आज हमारे बंधकों की रिहाई के दौरान, हम सभी ने चौंकाने वाले दृश्य देखे। हमने मध्यस्थों को यह स्पष्ट कर दिया है कि हम अपने बंधकों को लेकर कोई भी रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं।‘
‘लेकिन कोई भी हमारे बंधकों को नुकसान पहुंचाने की हिम्मत करेगा, उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।‘गुरुवार को गाजा से रिहा किए गए तीन इजरायली बंधकों का नाम पहले इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा दिया गया था, जिसने यह भी पुष्टि की कि पांच थाई नागरिकों को भी मुक्त कर दिया गया था।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने गुरुवार को गाजा में रिहा किए गए पांच थाई नागरिकों की पहचान की पुष्टि की। इनके नाम पोंगसाक थन्ना, साथियान सुवानाखम, वाचारा श्रीओन, बन्नावत सैथाओ और सुरसाक लम्नाओ हैं।
हमास के अनुसार, इजरायली अधिकारियों ने संघर्ष विराम और बंधक समझौते के तहत गुरुवार को 110 फिलिस्तीनी कैदियों को भी रिहा कर दिया, जिनमें से 32 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इनमें 30 बच्चे थे, और 48 को हाई सेंटेंस श्रेणी वाले कैदी थे।
7 अक्टूबर 2023 के हमलों में हमास और अन्य सशस्त्र समूहों द्वारा बनाए गए आठ बंधकों को भी गुरुवार को गाजा में रिहा कर दिया गया है।