तेल अवीव: फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने शनिवार को दो इजरायली बंधकों को रेड क्रॉस को सौंप दिया। जबकि तीसरे को दिन में बाद में रिहा किए जाने की संभावना है। इनकी रिहाई के बदले में इजरायल फिलिस्तीनी कैदियों के एक और जत्थे को रिहा करेगा। 19 जनवरी को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों के बदले बंधकों की चौथी ऐसी अदला-बदली होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसीसी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले ओफर काल्डेरोन और यार्डेन बिबास को दक्षिणी गाजा शहर खान यूनिस में रेड क्रॉस को सौंपा गया। अमेरिकी-इजरायली दोहरी नागरिकता वाले कीथ सीगल को शनिवार को ही किसी अन्य स्थान पर सौंपे जाने की उम्मीद है।
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक 54 वर्षीय फ्रांसीसी इजरायली ओफर काल्डेरोन को 7 अक्टूबर हमले के दौरान नीर ओज की इजरायली बस्ती से उनके दो बच्चों के साथ बंदी बना लिया गया था। बच्चों को नवंबर 2023 में रिहा कर दिया गया। 35 वर्षीय इजरायली अर्जेंटीनी यार्डेन बिबास को नीर ओज से गाजा में ले जाया गया। हमले के दौरान उनकी प}ी और दो बच्चों को भी अलग-अलग बंदी बना लिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने दावा किया कि बिबास की पत्नी और बच्चे, जिन्हें गाजा के एक अलग इलाके में रखा गया था, युद्ध के दौरान इजरायली बमबारी में मारे गए। 65 वर्षीय अमेरिकी इजरायली कीथ सीगल को 7 अक्टूबर के हमले के दौरान उनकी पत्नी अवीवा के साथ कफर अजा बस्ती से ले जाया गया था।
उनकी पत्नी को नवंबर 2023 में रिहा किया गया था।इन तीनों की रिहाई से अब तक युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा किए गए बंधकों की संख्या 18 हो जाएगी। दूसरी तरफ अब तक चार सौ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया जा चुका है – जिनमें बम विस्फोटों और अन्य हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे लोगों से लेकर बिना किसी आरोप के पकड़े गए किशोर शामिल हैं।
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला करके 251 लोगों को बंधक बना लिया था, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे। इस हमले ने एक युद्ध को जन्म दिया जिसने गाजा को तबाह कर दिया है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रलय के अनुसार, इजरायल के 15 महीने के सैन्य हमले में इस क्षेत्र में 47,460 फिलिस्तीनी मारे गए जबकि 111,580 घायल हुए।