ठाणे : बजट 2025-26 को लेकर शिवसेना (यूबीटी) से राज्यसभा सांसद Sanjay Raut ने भाजपा सरकार की आलोचना की है। उन्होंने रविवार को कहा कि बजट में ऐसा कुछ नहीं है जिसे लेकर लोग खुशी मनाएं, लेकिन ‘भाजपा के अंधभक्त’ अब उछल-कूद कर रहे हैं। संजय राउत ने कहा, ‘हर किसी ने अपने-अपने तरीके से बजट का विश्लेषण किया है। यह बजट केवल मध्यम वर्ग को खुश करने के लिए बनाया गया है। हाल के चुनावों में मध्यम वर्ग ने भाजपा को वोट नहीं दिया। वहीं, ईवीएम के जरिए मध्यम वर्ग की ताकत को खत्म कर दिया गया। इस बजट के जरिए मध्यम वर्ग को खुश करने की कोशिश की गई है।’ ‘असल में, इस बजट के कागजी आंकड़ों से जनता को क्या मिलेगा, यह जानने के लिए थोड़ा समय देना होगा। अब सिर्फ अर्थशास्त्रियों की व्याख्याएं सुननी हैं और उनका विशेष पढ़ना है।
जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां कुछ खास नहीं दिया गया
महाराष्ट्र जैसे राज्यों को बिहार की तुलना में क्या मिला? हर बजट मोदी सरकार द्वारा राज्यों और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर बनाया जाता है। बिहार में आगामी चुनाव हैं, इसलिए बिहार पर अधिक ध्यान दिया गया है। जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां कुछ खास नहीं दिया गया। वहीं, बीजेपी के अंधभक्त ताली बजा रहे हैं।’ बजट में महाराष्ट्र के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों को बजट की समझ ही नहीं है। बजट को समझने में कम से कम 72 घंटे का समय लगता है, यह हमारा अनुभव है। संसद में बजट को केवल आंकड़ों और घोषणाओं के आधार पर नहीं चलाया जाता। इसे समझने के लिए भी समय चाहिए।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने शनिवार को संसद में आम बजट पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट में मध्यम वर्ग का विशेष ख्याल रखा गया है।