नेशनल डेस्क : राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतर चुके है। इसके साथ ही वे अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान भी कर दिया है। नालंदा में एक कार्यक्रम के दौरान लालू यादव ने यह स्पष्ट किया कि वह किसी के दबाव में नहीं आएंगे और किसी के सामने नहीं झुकेंगे। अपने कार्यक्रम के दौरान बिहारवासियों से अपील की कि वे एक होकर बिहार में फिर से राजद की मजबूत सरकार बनाए। उन्होंने कहा, “हम सभी को एकजुट होकर अपनी सरकार बनानी है और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना है। मैंने कभी किसी के सामने सिर नहीं झुकाया और न ही कभी झुकाऊंगा।”
महिलाओं के लिए 2,500 रुपये देने का वादा
लालू प्रसाद ने इस मौके पर तेजस्वी यादव के चुनावी वादों को दोहराया। उन्होंने खासकर झारखंड में शुरू की गई माई-बहिन मान योजना का जिक्र किया, जिसके तहत महिलाओं को 2,500 रुपये प्रति माह दिए जाने का वादा किया गया था। इसके अलावा, उन्होंने युवाओं के लिए अधिक नौकरियां, रोजगार के अवसर और घरों के लिए 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का भी वादा किया।
झारखंड में माई-बहिन मान योजना का विस्तार
लालू प्रसाद ने यह भी कहा कि बिहार में सरकार बनने के बाद माई-बहिन मान योजना को लागू किया जाएगा, जैसा कि झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के तहत लागू किया गया था। लालू प्रसाद यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्होंने संकेत दिया कि राजद तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनावी लड़ाई में उतरने के लिए तैयार है। पार्टी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर चुनावों में उतरेगी।
नालंदा यात्रा का राजनीतिक महत्व
लालू प्रसाद की नालंदा यात्रा को 2025 के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर खास माना जा रहा है। यह यात्रा पार्टी के समर्थकों को एकजुट करने और विपक्षी एकता को मजबूत करने का प्रयास है। नालंदा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गढ़ माना जाता है, इस लिहाज से यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। लालू प्रसाद यादव का यह बयान बिहार की आगामी राजनीति में अहम मोड़ ला सकता है। उन्होंने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुए राज्य की जनता से एकजुट होने का आह्वान किया है।