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70 लाख रुपये की लूट के आरोप में बीएसएफ का पूर्व सुरक्षाकर्मी 10 लोगों सहित गिरफ्तार

रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक परिवार से लगभग 70 लाख रुपये की नकदी और आभूषणों की कथित तौर पर लूट के मामले में पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक पूर्व सुरक्षाकर्मी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, शहर के खम्हारडीह.

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रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक परिवार से लगभग 70 लाख रुपये की नकदी और आभूषणों की कथित तौर पर लूट के मामले में पुलिस ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक पूर्व सुरक्षाकर्मी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों के मुताबिक, शहर के खम्हारडीह थानाक्षेत्र के अंतर्गत अनुपम नगर इलाके में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई इस लूट के मामले में पुलिस ने रायपुर के रहने वाले बीएसएफ के पूर्व सुरक्षाकर्मी ए सोम शेखर (56), देवलाल वर्मा (45), कमलेश वर्मा (31), भिलाई के रहने वाले अजय ठाकुर (38), राजनांदगांव के रहने वाले राहुल त्रिपाठी (43), उसकी पत्नी नेहा त्रिपाठी (41), बलौदाबाजार के रहने वाले पुरूषोत्तम देवांगन (33), नागपुर के रहने वाले शाहिद पठान (36), पिंटू सारवान (23) और बिलासपुर के रहने वाले मनुराज मौर्य (31) को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि सोम शेखर शिकायतकर्ता के परिवार का परिचित है। अधिकारियों ने बताया कि 11 फरवरी को अनुपम नगर के रहने वाले मनोहरण वेलू ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि जब वह अपनी दो बहनों रंजनी और प्रेमा के साथ घर में थे तब अपराह्न् लगभग साढ़े तीन बजे दो लोग फौजी की वर्दी में वहां पहुंचे और बातचीत करने लगे।

शिकायतकर्ता ने बताया कि दोनों के मुंह रूमाल से ढके हुए थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद एक महिला समेत तीन अन्य लोग भी वहां पहुंच गए और घर में घुसे लोगों ने पिस्तौल दिखाकर तीनों भाई-बहन को बंधक बना लिया तथा उनसे 65.25 लाख रुपये नकद व सोने के आभूषण लूट लिए।

पीड़ित ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी एक कार से फरार हो गए।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस को जब घटना की जानकारी मिली तब शहर में नाकाबंदी कर आरोपियों की खोज शुरू की गई और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा की 10 विशेष दलों का गठन किया तथा लोगों से पूछताछ शुरू की।

अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया और उसमें पता चला कि एक महिला और चार पुरुष एक कार से वहां पहुंचे थे और उन्होंने ही घटना को अंजाम दिया।

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को एक अन्य कार के भी इसमें शामिल होने की जानकारी मिली और बाद में पुलिस ने राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदा बाजार एवं रायपुर में दबिश देकर 10 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की।

अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने (आरोपियों ने) अपना अपराध कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी ए. सोम शेखर बीएसएफ में सूबेदार के पद पर था और उसने 2011 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी तथा वर्तमान में ‘रियल हेल्प’ नाम के एनजीओ से जुड़ा है।

अधिकारी ने बताया कि सोम शेखर का शिकायतकर्ता परिवार से घरेलू संबंध था और उसे जमीन बेचकर घर में रुपये रखे होने की जानकारी मिली थी। उन्होंने बताया कि आरोपी सोम शेखर ने ही घर में डकैती की योजना बनाई थी और इसमें अन्य आरोपियों को शामिल किया था।

अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से 59 लाख 50 हजार रुपये नकद और सोने के आभूषण को बरामद कर लिया है तथा अपराध में प्रयुक्त दो गाड़ियों को जब्त कर लिया है।

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