आइजोल : मिजोरम विधानसभा ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री Manmohan Singh को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें कि, सिंह का पिछले वर्ष 26 दिसंबर को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने एक राजनेता और एक प्रसिद्ध अर्थशास्त्री के रूप में सिंह की महत्वपूर्ण सेवाओं को याद किया। उन्होंने कहा कि सिंह ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले ही केंद्र में विभिन्न प्रमुख पदों पर रहते हुए देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। लालदुहोमा ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि 1991 से 1996 के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में सिंह ने बहादुरी से जो आर्थिक सुधार पेश किए, वे भारत के लिए एक नए अध्याय में प्रवेश करने के लिए बड़ी उपलब्धि साबित हुए, जिसने उन्हें दुनिया भर में एक ‘महान अर्थशास्त्री’ के रूप में ख्याति दिलाई।
शुरू की गई विदेश नीतियों की भी सराहना की
सिंह 1991, 1995, 2001, 2007 और 2013 में पांच बार असम से और 2019 में राजस्थान से राज्यसभा के लिए चुने गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पहले मनमोहन सिंह मार्च 1998 से मई 2004 तक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। सिंह द्वारा शुरू की गई विदेश नीतियों की भी सराहना की और कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम), राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एनआरईजीए) और सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) जैसी कल्याणकारी योजनाएं प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान शुरू और लागू की गईं। उन्होंने कहा कि पूरा देश सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करता है और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए उन पर गर्व करता है।
मनमोहन सिंह एक महान नेता साबित
नेता प्रतिपक्ष लालछंदामा राल्ते, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डॉ. के बेइचुआ और कांग्रेस के एकमात्र विधायक सी. नगुनलियानचुंगा ने भी शोक संदेश दिया। राल्ते ने सिंह को ‘एक एक सांसद होने के साथ-साथ महान विद्वान और अर्थशास्त्री करार देते हुए कहा, आर्थिक सुधारक और एक अच्छे नेता के रूप में सिंह का महत्व हमेशा रहेगा। वहीं बेइचुआ ने कहा कि कार्यकाल के दौरान धैर्य और लचीलापन बनाए रखने की सिंह की क्षमता ने ‘उन्हें एक महान नेता साबित किया’।