इंटरनेशनल डेस्क : वर्ष 2025 में चीन में केंद्र का पहला दस्तावेज़ 23 फरवरी को जारी किया गया, जिसका शीर्षक था‘ग्रामीण सुधार और गहराने तथा ग्रामीण चौतरफा पुनरोत्थान पर सीपीसी केंद्रीय कमेटी और राज्य परिषद की राय। इसमें पहली बार कृषि की नयी किस्म वाली उत्पादक शक्ति के विकास का उल्लेख किया गया।
इसमें कहा गया कि वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी सृजन से प्रगतिशील उत्पादक तत्वों का एकत्र होने को प्रेरित कर विभिन्न क्षेत्रों की ठोस स्थिति के मुताबिक कृषि की नयी किस्म वाली उत्पादक शक्ति का विकास किया जाए, जो वर्तमान में कृषि, गांव और किसान सम्बंधी कार्यों का बखूबी अंजाम देने की कुंजी है और बड़े कृषि देश का कृषि शक्ति के रूप में बदलने के लिए अनिवार्य भी है।दस्तावेज़ में कहा गया कि कुंजीभूत तकनीकों में महारत हासिल करने में तेजी लाकर, गहराई से बीज उद्योग का पुनरुत्थान करना, स्वदेशी प्रगतिशील कृषि मशीन के अनुसंधान व उपयोग को गति देना और स्मार्ट कृषि विकास का समर्थन करना चाहिए।
इसमें कह गया कि कृषि उत्पादों के प्रसंस्करण उद्योग की उन्नति बढ़ाने और स्थान विशिष्ट कृषि व्यवसायों का निर्माण करने के साथ किसानों को व्यावसायिक अतिरिक्त मूल्य साझा करने देना चाहिए। गौरतलब है कि यह सीपीसी की 18वीं कांग्रेस से अब तक कृषि, गांव और किसान सम्बंधी कार्यों का मार्गदर्शन करने वाला केंद्र का 13वां दस्तावेज़ है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)