14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा (एनपीसी) का तीसरा पूर्णाधिवेशन 5 मार्च को पेइचिंग में शुरू हुआ। इस अवसर पर प्रस्तुत सरकारी कार्य रिपोर्ट में कहा गया कि चीन किसी भी बाहरी परिस्थिति में अपने उच्च-स्तरीय खुलेपन की नीति पर कायम रहेगा। रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि चीन संस्थागत खुलेपन को लगातार बढ़ावा देगा और एक सुव्यवस्थित और स्वतंत्र खुलेपन की दिशा में आगे बढ़ेगा। रिपोर्ट के अनुसार, 2025 तक चीन विदेशी व्यापार नीतियों को स्थिर बनाए रखने और विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के प्रयासों को और तेज करेगा। सेवा उद्योग में व्यापक परीक्षण स्थलों के खुलेपन का विस्तार किया जाएगा, जबकि इंटरनेट, संस्कृति और अन्य क्षेत्रों में व्यवस्थित खुलेपन को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही, दूरसंचार, चिकित्सा, शिक्षा और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी खुलेपन को विस्तार देने की योजना बनाई गई है।
इसके अलावा, चीन ‘चीन में निवेश’ ब्रांड को मजबूत करने और प्रमुख प्रतीकात्मक परियोजनाओं को तेजी से लागू करने पर ध्यान देगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि चीन बेल्ट एंड रोड पहल के तहत उच्च गुणवत्ता वाले सहनिर्माण को जारी रखेगा। इसके तहत प्रमुख प्रतीकात्मक परियोजनाओं और छोटे और सुंदर आजीविका परियोजनाओं के निर्माण को समन्वित किया जाएगा। इसके अलावा, नए पश्चिमी भूमि-समुद्री चैनल के विकास को गति दी जाएगी और उच्च- मानक मुक्त व्यापार क्षेत्रों के वैश्विक नेटवर्क के विस्तार पर जोर दिया जाएगा। रिपोर्ट में चीन की विदेश नीति और वैश्विक सहयोग की प्रतिबद्धताओं को भी रेखांकित किया गया। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि चीन स्वतंत्र और शांतिपूर्ण विदेश नीति पर कायम रहेगा तथा शांतिपूर्ण विकास के मार्ग का अनुसरण करेगा। चीन आपसी लाभ और उभय जीत की खुलेपन रणनीति को मजबूती से अपनाएगा और आधिपत्यवाद व सत्ता की राजनीति का विरोध करेगा।
साथ ही, वह किसी भी प्रकार के एकतरफावाद और संरक्षणवाद का विरोध करते हुए अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करेगा। रिपोर्ट में इस बात को भी दोहराया गया कि चीन वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर एक समान और व्यवस्थित बहुध्रुवीय विश्व तथा समावेशी आर्थिक वैश्वीकरण की वकालत करेगा। वह वैश्विक विकास पहल, वैश्विक सुरक्षा पहल और वैश्विक सभ्यता पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन न केवल वैश्विक शासन प्रणाली के सुधार और निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेगा, बल्कि मानवता के साझा भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को भी प्रोत्साहित करेगा। इसके माध्यम से, चीन विश्व शांति और विकास के उज्ज्वल भविष्य को साकार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को और मजबूत करेगा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)