नई दिल्ली: भारत में ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र 2029 तक दोगुना होकर 9.1 अरब अमेरिकी डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है। इसमें बड़े पैमाने पर असली पैसे वाले खेलों का दबदबा होगा। रियल मनी गेमिंग मंच विंजो गेम्स और आईईआईसी की सैन फ्रांसिस्को में गेम डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (जीडीसी) में बुधवार को जारी संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, भारत का ऑनलाइन गेमिंग बाजार राजस्व 2024 में 3.7 अरब डॉलर था, जिसमें वास्तविक धन गेमिंग खंड की हिस्सेदारी लगभग 86 प्रतिशत थी।
विंजो के सह-संस्थापक पवन नंदा ने कहा, ‘‘भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग अभूतपूर्व विकास पथ पर अग्रसर है। इसमें 2029 तक 9.1 अरब अमेरिकी डॉलर के अनुमानित बाजार आकार और 63 अरब डॉलर के निवेशक मूल्य तक पहुंचने की क्षमता है। विंजो भारत को वैश्विक गेमिंग गढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।’ रिपोर्ट में साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में 59.1 करोड़ गेमर्स हैं जो कुल वैश्विक गेमर्स का करीब 20 प्रतिशत हैं।
करीब 11.2 अरब मोबाइल गेम ऐप डाउनलोड किए गए, जो गूगल प्लेस्टोर के लिए मजबूत उभरते विकल्प हैं। वहीं लगभग 1,900 गेमिंग कंपनियां हैं, जो 1.3 लाख उच्च कुशल पेशेवरों को रोजगार देती हैं। इस क्षेत्र को तीन अरब अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है, जिसमें से 85 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ‘पे-टू-प्ले’ क्षेत्र में आया है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र में निवेशकों के लिए 63 अरब अमेरिकी डॉलर का मूल्य प्राप्त करने की क्षमता है। भारत की एकमात्र सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध गेमिंग कंपनी नजारा विश्व स्तर पर सूचीबद्ध गेमिंग कंपनियों में सबसे अधिक प्रीमियम प्राप्त करती है।