नेशनल डेस्क : 15 फरवरी, 2025 की रात करीब साढ़े 8 बजे, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 पर एक भयंकर भगदड़ मच गई। इस हादसे में 18 लोगों की जान चली गई, जिनमें 4 पुरुष, 9 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल थे। हादसे के बाद घायल हुए लोगों को दिल्ली के LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। इस दर्दनाक हादसे के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। एक ओर जहां रेल मंत्री से इस्तीफा मांगा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा जो अक्सर राज्यसभा में आम आदमी के लिए आवाज उठाते नजर आते है, ने कहा है कि उन्होंने इस प्रकार के हादसों की चेतावनी पहले ही दी थी, लेकिन सरकार ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
राघव चड्ढा की चेतावनी
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे के बाद राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई दुखद भगदड़ के बाद अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह घटना हम सभी को झकझोर कर रख देती है। महिलाओं और बच्चों समेत कई निर्दोष लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यह घटना घोर कुप्रबंधन और भीड़ नियंत्रण उपायों की कमी का एक ज्वलंत उदाहरण है।”
11 फरवरी को उठाई थी चेतावनी
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि 11 फरवरी को उन्होंने संसद में इस मुद्दे को उठाया था और रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के लिए बेहतर उपायों की तत्काल आवश्यकता की चेतावनी दी थी, लेकिन सरकार ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया। राज्यसभा सांसद ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने कहा, “जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए तुरंत सुधार आवश्यक हैं।”
On 11th Feb 2025, I recited these lines in Parliament while describing the sad reality of Indian Railways..भारतीय रेलवे की दुखद सच्चाई… pic.twitter.com/QYxiy5TdRs
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) February 16, 2025
भीड़ नियंत्रण में नाकाम रही सरकार
इसके साथ ही उन्होंने राज्यसभा में भी आम आदी के लिए आवाज उठाया उन्होंने कहा, “कई रूट पर आलू की बोरियों की तरह लोगों को ठूंसा जा रहा है और अगर ट्रेन के शौचालय में भी सीट मिल जाए, तो इंसान खुद को भाग्यशाली मान रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि भेड़-बकरियों की तरह लोगों को यात्रा के दौरान ठूंसा जा रहा है और यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर सिर्फ धक्का-मुक्की की जा रही है। राघव चड्ढा ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया और यह सवाल उठाया कि भारतीय रेल ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन प्रयागराज और आसपास के स्टेशनों को बंद कर दिया गया है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कन्फर्म टिकट का सवाल
राघव चड्ढा ने यह भी पूछा, “कहा हैं महाकुंभ स्पेशल ट्रेनें और किसके पास कन्फर्म टिकट है?” उन्होंने यह सवाल उठाया कि इतने बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान यात्रियों की यात्रा को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। राघव चड्ढा का कहना है कि सरकार भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रही है और इस स्थिति के चलते आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस मुद्दे पर तुरंत सुधार की आवश्यकता जताई और आरोप लगाया कि सरकार ने इस संकट को गंभीरता से नहीं लिया।