आइए जानतें है घर में रोज़ जलने वाले बल्ब से जुड़ी दिलचस्प बातें, 99% लोग अनजान

  नई दिल्ली: कुछ चीज़ें होती हैं, जिन्हें हम देखते तो रोज़ाना हैं लेकिन हमें इनके बारे में कुछ खास जानकारी नहीं होती है। यूं कहें कि ये हमारे रूटीन का हिस्सा बन चुकी होती हैं, ऐसे में हम इस पर ज्यादा ध्यान भी नहीं देते हैं। किसी ने जानना चाहा कि इसके अंदर कौन.

 

नई दिल्ली: कुछ चीज़ें होती हैं, जिन्हें हम देखते तो रोज़ाना हैं लेकिन हमें इनके बारे में कुछ खास जानकारी नहीं होती है। यूं कहें कि ये हमारे रूटीन का हिस्सा बन चुकी होती हैं, ऐसे में हम इस पर ज्यादा ध्यान भी नहीं देते हैं। किसी ने जानना चाहा कि इसके अंदर कौन सी गैस भरी होती है तो कुछ लोग जानना चाहते थे कि इसके अंदर की स्प्रिंग किस खास धातु से बनी होती है। चलिए जानतें है इसके बारे में:

बल्ब के अंदर एक खास गैस होती है, जो निष्क्रिय रहती है। आर्गन गैस किसी और गैस के साथ क्रिया नहीं करती। ऐसे में बल्ब के अंदर मौजूद फिलामेंट इससे सुरक्षित रहता है। बल्ब के फिलामेंट यानि स्प्रिंग जैसे हिस्से को टंगस्टन से बनाते हैं। टंगस्टन जल्दी गर्म होता है और उच्च तापमान को सहने की क्षमता रखता है।

पीले रंग के बल्ब में आर्गन गैस, जबकि सीएफएल में आर्गन और पारा का मिश्रण होता है। एलईडी की बात करें, तो इसमें कोई गैस ही नहीं होती है। इसके निचले हिस्से में सारे कम्पोनेंट होते हैं, जबकि ऊपर प्लास्टिक कवर होता है।

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