50% से अधिक छात्र गणित के प्रश्न सुलझाने में असमर्थ, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली : ग्रामीण क्षेत्रों में 50 प्रतिशत से अधिक युवा गणित के सामान्य सवाल हल करने में पिछड़ते हैं। 14 से 18 आयु वर्ग के 25 प्रतिशत छात्र ऐसे हैं, जो कक्षा 2 की क्षेत्रीय भाषा की पुस्तक पढ़ने में असमर्थ हैं। इसके साथ ही करीब 43 प्रतिशत छात्र अंग्रेजी के वाक्य पढ़ने में असमर्थ हैं।

यह जानकारी वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट (असर) 2023 में दी गई है। 90 प्रतिशत से अधिक युवा स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं। भारत में सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बताने वाली यह रिपोर्ट असर 2023 जारी की गई है।

असर रिपोर्ट के लिए 26 राज्यों के 28 जिलों में 14 से 18 आयु वर्ग के 34745 बच्चों पर सर्वेक्षण किया है। असर के मुताबिक, देशभर में 86.8 प्रतिशत बच्चों ने शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला लिया है, हालांकि आयु के अनुसार नामांकन में कुछ अंतर है।

14 से 18 वर्ष के बीच बड़ी संख्या में स्कूल ड्रॉप आऊट

14 वर्ष के 3.9 प्रतिशत और 18 वर्ष के 32.6 प्रतिशत युवाओं का किसी शैक्षणिक संस्थान में दाखिला नहीं है और वे पढ़ाई नहीं कर रहे हैं, जबकि 14 साल के 96.1 फीसदी छात्रों ने शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लिया था। 18 की आयु में यह प्रतिशत गिरकर 67.4 फीसदी हो गया।

यानी की 14 से 18 वर्ष की आयु के बीच बड़ी संख्या में स्कूल ड्रॉप आऊट हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक स्टेम एरिया यानी साइंस, इंजीनियरिंग, टैक्नोलॉजी व मैथ्स में अब लड़कों का रुझान बढ़ रहा है। देश में 36.3 फीसदी लड़के इन विषयों में पढ़ाई कर रहे हैं जबकि लड़कियां का आंकड़ा महज 28.1 फीसदी है।

14 से 18 आयु वर्ग में सबसे अधिक छात्र कला या मानविकी स्ट्रीम में पढ़ाई करते हैं। कक्षा 11 व 12 के 54 फीसदी छात्र कला और मानविकी में, 9.3 फीसदी वाणिज्य और 33.7 फीसदी ने विज्ञान में अपना नामांकन कराया है। रिपोर्ट के अनुसार अंग्रेजी और गणित में लड़के, लड़कियां से बेहतर रहे हैं।

- विज्ञापन -

Latest News