पारले-जी: भारत में सबसे ज्यादा पॉपुलर बिस्किट्स की बात करे तो पारले-जी का नाम सबसे ऊपर आता है। ये वो बिस्किट्स है जो आज से नहीं बल्कि आजादी के पहले से लोगो के बीच अपने स्वादिष्ट स्वाद के कारण बहुत मशहूर है। इसी के साथ ही भारत का ऐसा कोई घर नहीं होगा जिस घर में पारले-जी बिस्किट पहुंचा न हो। ये गांव से लेकर शहरो तक के लोगो के बीच बहुत लोकप्रिय रहा है और इसकी मांग अभी भी वैसे ही बनी है। आज भी जब लोग चाय पीते है तो उनकी पहली पसंद पारले-जी बिस्किट्स ही होती है।
लेकिन आपको ये बात जान कर हैरान होंगे कि पारले-जी केवल हमारे भारत में ही नहीं बल्कि बाहर कई विदेशो में भी बहुत पॉपुलर है। इसकी शुरुआत मुंबई के विले पारले में स्थित एक पुरानी फैक्टरी में हुई थी। आपको बता दे कि साल 1929 में मोहनलाल दयाल नामक कारोबारी ने इस फैक्टरी को एक कंफेक्शनरी यूनिट में बदलने का फैसला लिया था। इसके बाद साल 1938 में पहली बार पारले-जी बिस्किट बाजार में आया लेकिन तब इसका नाम पारले-ग्लूको हुआ करता था। 1947 में देश को आजादी मिलने के बाद बिस्किट उत्पादन रुक गया था।
गेहूं की कमी होने के कारण बिस्किट की उत्पादन रुक गया। क्योकि गेहं इसका मुख्य इंग्रीडिएंट है। इसके बाद फिर से जब ये शुरू हुआ तो इसका नाम पारले-जी कर दिया गया। बात करे इनकी कीमत की तो इसके 65 ग्राम के पैकेट की कीमत 5 रुपये है। हीं, अमेरिका में पारले-जी के 8 पैकेट (56.5 ग्राम प्रति पैकेट) की कीमत 1 डॉलर (लगभग 83 रुपये) है। इस हिसाब से एक पैकेट की कीमत करीब 10 रुपये हुई। वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो वहां भी पारले-जी मिलता है लेकिन वहां इसके एक पैकेट की कीमत 50 रुपये के आस-पास है।