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छत्तीसगढ़ में 68 लाख के इनामी 65 नक्सलियों का आत्मसमर्पण

दंतेवाड़ा/बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर व दंतेवाड़ा जिलों में रविवार को 65 माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों के सामने आत्मसमर्पण कर नक्सली संगठन को करारा झटका दिया है। अधिकारियों ने बताया कि जिले में जारी ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर 15 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों में सिक्का उर्फ भीमा मंडावी प्रतिबंधित माओवादी संगठन के पोटाली आरपीसी के तहत जनताना सरकार का प्रमुख था। उन्होंने बताया कि 14 अन्य नक्सल संगठन की विभिन्न शाखाओं के तहत निचले स्तर के माओवादी हैं।

अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की खोखली और अमानवीय विचारधारा से निराश होकर तथा राज्य सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि इन पर अपने-अपने क्षेत्र में सड़क खोदने, नक्सली बैनर, पोस्टर लगाने तथा अन्य घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि सरेंडर करने वाले माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई है। उन्हें छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत अब तक 221 इनामी सहित कुल 927 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।

वहीं बीजापुर जिले में आज 68 लाख के इनामधारी 50 नक्सलियों ने सामूहिक आत्मसमर्पण कर माओवादी संगठन को करारा झटका दिया है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है। समर्पण करने वालों में कई वांछित नक्सली शामिल थे। आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने एसपी, डीआईजी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) अधिकारियों के सामने अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। प्रशासन ने इसे नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक अहम कदम बताया है।

इस बीच राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा यह आत्मसमर्पण सरकार की प्रभावी नीति और सुरक्षा बलों की रणनीतिक कार्रवाई का परिणाम है। हम नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और विकास लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत सहायता दी जाएगी।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में शनिवार का दिन भी पुलिस व सुरक्षा बलों के नाम रहा। सुरक्षा बलों के जवानों ने अलग-अलग स्थानों पर हुई मुठभेड़ में 11 महिलाओं समेत 18 नक्सलियों को ढेर कर दिया जबकि 15 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। एक ओर सुकमा जिले केरलापाल के गोरगुंडा पहाड़यिों में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 17 नक्सली मारे गये जबकि केन्द्रीय सुरक्षा बल का एक जवान समेत चार जवान घायल हो गये। दंतेवाड़ा जिले में शनिवार को 15 माओवादियों ने पुलिस समक्ष आत्मसमर्पण किया। वहीं बीजापुर में नक्सली-पुलिस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

इधर बीजापुर जिले में बासागुड़ा थाना क्षेत्र के टेकमेटा नरसापुर के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के मुठभेड़ एक नक्सली मारा गया। घटनास्थल से एक हथियार व विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया। इस बीच बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी ने बताया कि वर्ष 2025 में बस्तर संभाग के अंतर्गत सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों विरोधी अभियान संचालित के परिणाम स्वरूप 87 दिनों में 117 हार्डकोर नक्सली मारे गए।

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