चंडीगढ़ : गिरफ्तार अमृतपाल सिंह को डिब्रूगढ़ जेल में बंद कर दिया गया है। जहां उससे पूछताछ के लिए पंजाब पुलिस की एक विशेष टीम डिब्रूगढ़ जाएगी। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल से संबंधित केस की एक रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। जिसमें कट्टरपंथी के विदेशी मददगारों के नामों का खुलासा किया गया है।
पंजाब पुलिस के उच्च सूत्रों की माने तो अमृतपाल 36 दिन तक गिरफ्तारी से बचता रहा। इसका मतलब है कि कहीं न कहीं उसे मदद मिलती रही। अब पुलिस का फोकस इन्हीं लोगों पर है। कुछ से पूछताछ हो चुकी है। कुछ संदिग्धों की तलाश जारी है रोड़े गांव में भी कईयों से पूछताछ की जा चुकी है।
सूत्रों ने बताया कि पंजाब में अशांति फैलाने की साजिश सरहद पार से रची गई। जर्मनी, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में बैठे खालिस्तान समर्थकों ने अमृतपाल को मदद पहुंचाई। अमृतपाल के फरार होने के बाद भी विदेश में बैठे लोग उसकी मदद करते रहे। केंद्र को भेजी रिपोर्ट में अमृतपाल की आनंदपुर खालसा फोर्स, फंडिंग वाले खातों की जानकारी और अमृतपाल के काफिले में शामिल गाड़ियों के मालिकों के नाम शामिल किए गए हैं।