चंडीगढ़। एनआईए ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एनआईए ने चंडीगढ़ की कोठी को जब्त कर लिया है। वहीं एनआईए की टीम लगभग आधा घंटा यहां मौजूद रही। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब के अमृतसर और चंडीगढ़ में पन्नू की दो संपत्तियों को जब्त कर लिया है। अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने पन्नू की संपत्तियों को जब्त कर लिया है, जिसमें अमृतसर जिले के बाहरी इलाके में स्थित पैतृक गांव खानकोट में 46 कनाल कृषि संपत्ति शामिल है। अधिकारी ने यह भी कहा कि चंडीगढ़ के सेक्टर 15 इलाके में उनकी आवासीय संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। एजेंसी के अधिकारियों ने पन्नू की संपत्ति के बाहर आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी की कार्रवाई के बारे में जानकारी देने वाला होर्डिंग भी लगाया।
संपत्ति जब्त के बाद पन्नू ने संपत्ति का अधिकार खो दिया और संपत्ति अब सरकार की है। 2020 में उनकी संपत्ति कुर्क कर ली गई, जिसका मतलब था कि वह संपत्ति नहीं बेच सकते थे। एसएफजे, एक सीमांत संगठन, को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 3(1) के तहत गैरकानूनी घोषित किया गया था। यह मामला पंजाब में आतंकवादी गतिविधियों को विदेशों से वित्त पोषण, समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने और युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए कट्टरपंथी बनाने से संबंधित है।
एनआईए ने पन्नू पर इनाम भी घोषित कर रखा है
बता दें खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू अमृतसर का रहने वाला है और एनआईए ने पन्नू पर इनाम भी घोषित कर रखा है। पन्नू कनाडा में रहकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहता है। वह कनाडा और दूसरे देशों से लगातार भारत विरोधी बातें करता रहता है। हाल ही में कनाडा-भारत विवाद में उसने कनाडा में रहने वाले हिंदुओं को भी धमकी दी थी।