नेशनल डेस्क: शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को नागपुर में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर कड़ा हमला बोला। ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा महाराष्ट्र को मणिपुर जैसी स्थिति में धकेलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सरकार के नाकाम होने पर सवाल उठाए और मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की चुप्पी पर भी चिंता जताई।
‘महाराष्ट्र को मणिपुर जैसी स्थिति में धकेलना चाहती है भाजपा’
आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “नागपुर में हुई हिंसा की अफवाह फैलने के बाद सीएमओ ने कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी? जब भी ऐसी कोई घटना घटित होती है, तो सबसे पहले मुख्यमंत्री और गृह विभाग को जानकारी मिलती है। क्या उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी? मुझे लगता है कि भाजपा महाराष्ट्र को मणिपुर जैसी स्थिति में धकेलना चाहती है।”
ठाकरे ने वियतनाम का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत से छोटा और कम आबादी वाला देश होने के बावजूद वियतनाम का इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग तीन गुना बड़ा है। उन्होंने कहा, “क्या मणिपुर जैसे राज्यों में निवेश होगा? क्या पर्यटन बढ़ेगा? बिल्कुल नहीं। भाजपा महाराष्ट्र को भी उसी स्थिति में लाना चाहती है।” ठाकरे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह देश को धर्म, जाति और क्षेत्रों में बांटने की कोशिश कर रही है, जबकि हम खुद को मजबूत मानते हैं।
देवेंद्र फडणवीस का बयान
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नागपुर में जो हिंसा हुई, वह “एक सुनियोजित हमला लगती है।” उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाई गई थी कि धार्मिक सामग्री को जलाया गया था, क्योंकि विश्व हिंदू परिषद (VHP)और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया था। फडणवीस ने विधानसभा में कहा, “यह एक सुनियोजित हमला है, और कोई भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में नहीं ले सकता।”
पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा- फडणवीस
फडणवीस ने बताया कि हिंसा में पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया है, जिसमें तीन पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) घायल हुए हैं, और एक डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। कुल 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से तीन डीसीपी शामिल हैं। इसके अलावा, पांच नागरिक भी घायल हुए हैं, जिनमें से तीन को छुट्टी दे दी गई है और एक को आईसीयू में भर्ती किया गया है। फडणवीस ने कहा, “हम निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे और जिन लोगों ने कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लिया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”