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Mahakumbh 2025 : प्रयागराज पहुंचे अखिलेश यादव, संगम में लगाई डुबकी…देखें Video

नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेला बड़े धूमधाम से चल रहा है। देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु इस पवित्र मेले में शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ में हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, और इस बीच नागा बाबा भी अपनी विशेष छवि के लिए सोशल मीडिया.

नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस समय महाकुंभ मेला बड़े धूमधाम से चल रहा है। देश और विदेश से लाखों श्रद्धालु इस पवित्र मेले में शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ में हर दिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, और इस बीच नागा बाबा भी अपनी विशेष छवि के लिए सोशल मीडिया पर चर्चित हो रहे हैं। रविवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी महाकुंभ मेले में पहुंचे और संगम में स्नान किया। उनका स्नान करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। स्नान के बाद उन्होंने नेता जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। आइए पढ़ते है इस खबर को विस्तार से…

मैंने 11 पवित्र डुबकी लगाई

बता दें कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ मेला प्रयागराज में स्नान किया और इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें की। उन्होंने कहा कि लोग अपनी व्यक्तिगत आस्था के साथ इस पवित्र आयोजन में शामिल होते हैं। अखिलेश यादव ने महाकुंभ के बारे में बोलते हुए कहा, “मैंने 11 पवित्र डुबकी लगाई। विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति के लिए यहां कोई जगह नहीं है।”

विभाजनकारी राजनीति पर निशाना

अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि जिस दिन उन्होंने हरिद्वार में डुबकी लगाई, वह दिन उनके लिए एक त्योहार जैसा था। उन्होंने महाकुंभ को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “आज, मुझे यहां पवित्र स्नान करने का अवसर मिला। सरकार में बैठे लोगों को इस आयोजन को खेल का आयोजन नहीं बनाना चाहिए। यह धार्मिक आयोजन है और इसे श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाना चाहिए।”

महाकुंभ आयोजन पर सरकार को सुझाव

अखिलेश यादव ने महाकुंभ में आ रहे श्रद्धालुओं के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, “मैंने देखा है कि बहुत से वृद्ध लोग विभिन्न स्थानों से इस आयोजन में आ रहे हैं। ऐसे आयोजनों के प्रबंधन का तरीका ऐसा होना चाहिए कि किसी को कोई परेशानी न हो।” उनका यह भी कहना था कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन को लेकर सरकार को बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करना चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

अखिलेश यादव ने इस तरह से महाकुंभ के आयोजन को लेकर सरकार पर आरोप लगाए और यह भी कहा कि इस धार्मिक आयोजन का उद्देश्य श्रद्धा और आस्था है, न कि राजनीतिक खेल।

महाकुंभ के आंकड़ों पर सवाल उठाते थे सवाल …

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव ने महाकुंभ के आयोजनों और आंकड़ों पर सवाल उठाए। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिए गए आंकड़े सही नहीं हैं और फर्जी हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ ट्रेनें खाली जा रही हैं, और यहां तक कि गोरखपुर वाली ट्रेन भी खाली गई है। उनका कहना था कि भाजपा का हर आंकड़ा झूठा है और इन आंकड़ों पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

नोटबंदी और जीएसटी पर निशाना

अखिलेश यादव ने सरकार के आर्थिक फैसलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “नोटबंदी के दौरान भाजपा सरकार ने यह दावा किया था कि काला धन खत्म हो जाएगा, लेकिन आज भ्रष्टाचार पहले से ज्यादा बढ़ चुका है। इसके बाद जीएसटी लागू किया गया, जिससे व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ और कई व्यापारी बर्बाद हो गए।” उनका कहना था कि इन फैसलों से व्यापारियों को बहुत नुकसान हुआ है और यह फैसले उनके लिए हानिकारक साबित हुए हैं।

कानपुर से कारोबार का पलायन

अखिलेश यादव ने कानपुर के व्यापारियों के शहर छोड़ने पर भी चिंता जताई। उन्होंने इसे जीएसटी और सरकार की नीतियों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “सरकार ने इन्वेस्टमेंट मीट्स का आयोजन किया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। जो पहले से कारोबारी थे, उनका कारोबार चल रहा था, अब वे कानपुर और लखनऊ छोड़कर जा रहे हैं। यह जीएसटी वसूली और भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है।”

भविष्य में निवेश पर असर

अखिलेश ने चेतावनी दी कि अगर सरकार की नीतियों में सुधार नहीं हुआ, तो यूपी में निवेश करने के लिए आने वाले निवेशक भी नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति बनी रही, तो यूपी का व्यापार और उद्योग प्रभावित होगा और निवेशकों का आकर्षण खत्म हो जाएगा।

भ्रष्टाचार और गलत नीतियों पर सवाल

अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार की नीतियों और आंकड़ों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार के गलत फैसलों और भ्रष्टाचार के कारण व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है और यह राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल रहा है।

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