नेशनल डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के आधिकारिक बंगले से 3-4 बोरी कैश की बरामदी पर पहली बार सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई एफआईआर तब तक दर्ज नहीं की जा सकती, जब तक भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) की अनुमति नहीं मिलती। अमित शाह ने यह बयान एक निजी मीडिया समिट में दिया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
जांच के लिए पैनल गठित
दरअसल, अमित शाह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक जजों का पैनल गठित किया गया है और अब हमें उनके रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और अग्निशमन विभाग समिति को सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करा रहे हैं और पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। यह मामला पैनल द्वारा जांचा जाएगा और उसके बाद निर्णय लिया जाएगा, जो सार्वजनिक किया जाएगा।
राहुल गांधी पर भी तंज
वहीं गृह मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान पर कि उन्हें संसद में बोलने का अवसर नहीं मिल रहा, अमित शाह ने जवाब दिया कि राहुल गांधी को संसद में बोलने का पर्याप्त अवसर मिलता है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस को सभी संसदीय बहसों के लिए 40% समय मिलता है।” शाह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी को अन्य सदस्यों के समय में बोलने की इच्छा होती है, जो पार्टी कार्यालय में तो ठीक हो सकता है, लेकिन संसद में यह नियमों के खिलाफ है।