नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के डिप्टी मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को एक इफ्तार पार्टी का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को विश्वास दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ हैं। इस दौरान अजित पवार ने कहा, “जो भी हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को आंख दिखाएगा या दो गुटों के बीच झगड़ा फैलाने की कोशिश करेगा, चाहे वह कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
एकता ही हमारी असली ताकत: अजित पवार
उन्होंने आगे कहा कि भारत एकता और विविधता का प्रतीक है और हमें किसी भी विभाजनकारी ताकतों से बचना चाहिए। अजित पवार ने यह भी कहा, “हमने हाल ही में होली मनाई है, गुड़ी पड़वा और ईद जैसे त्योहार आने वाले हैं। ये सभी त्योहार हमें एकजुट रहने का संदेश देते हैं। हमें इन्हें मिलकर मनाना चाहिए, क्योंकि एकता ही हमारी असली ताकत है।”
दो समुदायों के बीच हिंसा
अजित पवार का यह बयान तब आया जब नागपुर में कुछ दिन पहले दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी। नागपुर में हुई इस हिंसा के बाद हालात अब भी सामान्य नहीं हो सके हैं, और पुलिस ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं। नागपुर के 9 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है और इन क्षेत्रों में धारा 144 लागू है, जो किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए लगाया गया है।
नमाज के लिए भी सख्त सुरक्षा व्यवस्था
इफ्तार पार्टी के दौरान पुलिस ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए भी सख्त सुरक्षा व्यवस्था की थी। सामान्यत: जुमे की नमाज में सैकड़ों लोग शामिल होते हैं, लेकिन कर्फ्यू के कारण इस बार महज 15 मिनट में नमाज पूरी कराई गई। पुलिस ने मस्जिदों में केवल इमाम और पांच अन्य लोगों को नमाज अदा करने की अनुमति दी थी। अजित पवार ने अपनी बातों के माध्यम से मुस्लिम समुदाय को यह भरोसा दिलाया कि वह हमेशा उनके साथ हैं और राज्य सरकार उनके अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।