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Ravichandran Ashwin : अश्विन ने गाबा टेस्ट खत्म होते ही इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, 14 साल के करियर का हुआ अंत

नई दिल्ली : भारत के प्रमुख ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया। गाबा टेस्ट के बाद उन्होंने अपने करियर का समापन किया और इस बात का खुलासा प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। चलिए जानते हैं उनके करियर के बारे में विस्तार से…   

आपको बता दें कि आर अश्विन भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। हालांकि, इस दौरे पर उन्हें केवल एक ही टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। एडिलेड टेस्ट के बाद उन्हें गाबा टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला, लेकिन फिर भी उन्होंने टीम इंडिया के लिए शानदार योगदान दिया।

गाबा टेस्ट के बाद रिटायरमेंट का ऐलान

गाबा टेस्ट के दौरान अश्विन को टीम इंडिया के खिलाड़ियों के साथ गले लगते हुए देखा गया। उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को गले लगाया और हेड कोच गंभीर से भी लंबी बातचीत की। इसके बाद अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकर अपने संन्यास की घोषणा की।

आर अश्विन का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर

अश्विन ने अपने करियर में 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट लिए, जिससे वे भारतीय टेस्ट इतिहास के सबसे सफल गेंदबाजों में शामिल हो गए। उनके नाम 37 फाइव विकेट हॉल और 8 बार 10 विकेट हासिल करने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा, उन्होंने वनडे क्रिकेट में 156 विकेट और टी20 में 72 विकेट भी लिए हैं। कुल मिलाकर, उनके नाम 765 इंटरनेशनल विकेट हैं।

बल्लेबाज के रूप में भी अश्विन का योगदान

अश्विन सिर्फ एक बेहतरीन गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक मजबूत बल्लेबाज भी रहे हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन बनाए और 6 टेस्ट शतक भी लगाए। उनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 8 शतक भी हैं। अश्विन का करियर भारतीय क्रिकेट में हमेशा याद किया जाएगा। उनका संन्यास एक युग के समाप्त होने जैसा है, लेकिन उनके योगदान को क्रिकेट प्रेमी हमेशा याद करेंगे।

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