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बांके बिहारी मंदिर ने जारी की चेतावनी, अब इन कपड़ों में भक्त नहीं कर सकेंगे दर्शन

नई दिल्ली : आज के समय में भारतीय संस्कृति को लेकर हमारे देश के युवा वर्ग में कई बदलाव आ रहे हैं। सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर हम अक्सर देखते हैं कि लड़के-लड़कियां ऐसे कपड़ों में वीडियो बना रहे हैं, जो हमारी परंपराओं और संस्कृति के अनुरूप नहीं होते। इसके साथ ही, अब यह देखा जा रहा है कि लोग इन कपड़ों में मंदिरों में भी जाने लगे हैं, जो धार्मिक स्थलों की मर्यादा का उल्लंघन है। इस स्थिति को देखते हुए, विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर ने श्रद्धालुओं के लिए एक खास अपील की है। मंदिर प्रबंधन ने प्रमुख मार्गों पर पोस्टर लगाकर श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे मंदिर में मर्यादित कपड़े पहनकर ही आएं। पोस्टर में साफ-साफ लिखा है कि मंदिर में छोटे कपड़े, हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस, नाइट सूट, चमड़े की बेल्ट जैसे कपड़े पहनकर न आएं। चलिए जानते हैं इस खबर को विस्तार से…

मर्यादा बनाए रखने की अपील

दरअसल, विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर में दर्शन के लिए मर्यादित कपड़े पहनकर आएं। मंदिर प्रबंधन ने यह संदेश प्रमुख मार्गों पर पोस्टर और बैनर के जरिए दिया है, ताकि श्रद्धालुओं को इस बारे में जागरूक किया जा सके। बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधन ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह धार्मिक स्थल है, न कि पर्यटन स्थल। इसलिए यहां पर छोटे कपड़े, हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट, कटी-फटी जींस, नाइट सूट, चमड़े की बेल्ट जैसे अमर्यादित कपड़े पहनकर न आएं। मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है ताकि मंदिर की मर्यादा बनी रहे।

किस-किस तरह के कपड़े न पहनें

मंदिर के गेट नंबर 3 पर लगाए गए बैनर में यह विशेष तौर पर बताया गया है कि श्रद्धालु मंदिर में इस प्रकार के कपड़े पहनकर न आएं:

वृंदावन के अन्य मंदिरों में भी की गई अपील

आपको बता दें कि यह अपील केवल बांके बिहारी मंदिर तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे पहले वृंदावन के राधा दामोदर मंदिर और बरसाना के राधा रानी मंदिर में भी श्रद्धालुओं से मर्यादित कपड़े पहनकर आने की अपील की जा चुकी है। इस पहल का उद्देश्य सनातन संस्कृति को बढ़ावा देना और श्रद्धालुओं को धार्मिक स्थल की मर्यादा का सम्मान करने के लिए प्रेरित करना है।

श्रद्धालुओं का इस पहल पर सकारात्मक प्रतिक्रिया

मंदिर में दर्शन के लिए आए श्रद्धालु इस पहल को सराहते हुए नजर आए। मनोज कुमार गोस्वामी नामक एक श्रद्धालु ने कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है। इससे युवा पीढ़ी को सनातन संस्कृति के बारे में जानकारी मिलेगी और वे अपने धर्म के प्रति जागरूक होंगे। कई अन्य श्रद्धालुओं ने भी मंदिर प्रबंधन की इस पहल की सराहना की और इसे धार्मिक स्थल की मर्यादा बनाए रखने के लिए जरूरी कदम बताया।बांके बिहारी मंदिर द्वारा की जा रही यह अपील दर्शाता है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं से सम्मानजनक आचरण की अपेक्षा की जाती है। यह कदम न केवल मंदिर की मर्यादा बनाए रखने के लिए है, बल्कि युवाओं को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जुड़ने का भी एक अवसर प्रदान करता है।

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