फरीदकोट : फरीदकोट में गुरप्रीत सिंह हत्या मामले में डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने इस हत्याकांड काे लेकर बड़ा खुलासा किया हैं। डीजीपी गौरव यादव ने कहा 9 अक्टूबर 2024 में गुरप्रीत सिंह की हत्या फरीदकोट में हुई थी। उसे सुलझा लिया हैं। उन्हाेंने कहा कि जांच में गुरप्रीत सिंह हत्याकांड में आतंकी अर्श डल्ला की संलिप्तता पाया हैं। 125 किलोमीटर का रूट ट्रैक करके पता लगा गुरप्रीत की हत्या अर्शदीप डल्ला ने करवाया है। इसी के साथ हत्याकांड में वारिस पंजाब और सांसद अमृतपाल सिंह की भूमिका भी सामने आई हैं।
पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, दीप सिंह सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब के संगठन प्रमुख बने थे। गुरप्रीत सिंह इस फैसले से खुश नहीं थे। डीजीपी पंजाब गौरव ने कहा कि कानून के मुताबिक, जरूरत पड़ने पर अमृतपाल सिंह से पूछताछ की जाएगी और जरूरत पड़ने पर गिरफ्तार भी किया जाएगा।
अर्श डल्ला हमारा डिक्लेयर ट्रेररिस्ट है। इस तरह के अपराधियों के लिए हम अपने लीगल इंटरनेशनल टूल्स का इस्तेमाल करेंगे। अमृतपाल जेल में बैठकर इंटरनेशनल कर्मिनल के टच में था इस सवाल पर डीजीपी ने कहा कि मामले की जांच तो यही इंडिकेट कर रही हैं। अगर कोई ड्रोन ड्रॉपिंग की जानकारी देता है तो उसे 1 लाख का इनाम दिया जाता है।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह मामले को लेकर बोले डीजीपी गौरव यादव काफी गंभीर मसला है अगर हमारे पास कोई ऑडियो या शिकायत आती है तो हम कानून के मुताबिक कार्यवाई करेंगे। डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने कहा कि एमरजेंसी फिल्म को लेकर हम अलर्ट है। बाकी ये सरकार का पैरेगेटिव हैं।