Shri Achaleshwar Dham : पंजाब के बटाला में प्रसिद्ध श्री अचलेश्वर धाम से एक बड़ी खबर सामने आई हैं, जहां पर एक निहंग सिंह ने पवित्र सरोवर में अपने घोड़े को उतारा और फिर उसे वहां पर नहला कर बेअदबी करने का मामला सामने आया हैं। इस दौरान जब मंदिर के सेवकाें ने उन्हें राेकने की काेशिश की ताे, निहंग सिंह ने कुल्हाड़ी से हमला करने की कोशिश की। इस घटना के बाद हिन्दू संगठनों में भारी रोष पाया जा रहा है।
हैरानी की बात है कि मामले की जनकारी मिलने के बावजूद भी एसएचओ के इलावा कोई अधिकारी मौके पर खबर लिखे जाने तक नहीं पहुंचा। वहीं मंदिर के ट्रस्टी पावन कुमार ने इस मामले में कहा कि जो कुछ निहंग सिंह ने किया वह निंदनीय है। इस के इलावा इस घटना के बाद निहंग सिंह ने मांफी भी मांग ली गई हैं।
बता दें, इस जगह पर मंदिर के इलावा यहां पर गुरुद्वारा भी है। यह सरवाेर मंदिर और गुरुद्वारा दाेनाें का साझा हैं। कुछ दिन बाद श्री अचलेश्वर धाम में वार्षिक नवमी-दसवीं का मेला हैं, जहां पर श्रद्धालु इस पवित्र सरवाेर में स्नान करते हैं। यहां तक की कुछ दिन पहले भी यहां के सरवाेर में मछलियाें के मरने का मामला सामने आया था। यहां पर किसी ने सरवाेर में काेई जहरीली वस्तु डाल दी गई थी, जिस कारण कई मछलियां मर गई थी।
श्री अचलेश्वर धाम का इतिहास भी इस पवित्र स्थल को खास बनाता है। यहां भगवान शिव तैंतीस करोड़ देवी-देवताओं के साथ आए थे और अपने बड़े बेटे कार्तिकेय को मनाने के लिए धाम का निर्माण किया गया था। इसके बाद गुरु नानक देव जी ने यहां आकर साधुओं के साथ गोष्ठी की थी, जिससे इस क्षेत्र में पवित्र स्नान की प्रथा भी शुरू हुई। नवमी और दशमी के दोनों दिन स्नान करना विशेष पुण्य का करण माना जाता है।