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छठ पूजा पर बिहार-यूपी के लिए रेलवे की बड़ी पहल, नहीं है टिकट तो आप भी उठा सकते हैं इसका लाभ, जान लें पूरा प्लान

समस्तीपुर। उत्तर भारत के बड़े त्योहारों में शामिल दीपावली और छठ की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। इस दौरान लोगों के अपने घर जाने के दौरान रेल मार्ग का प्रयोग बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए दीपावली और छठ पर भीड़ नियंत्रण करने के लिए रेलवे मंडल भी विशेष तैयारी कर रहा है। बिहार में दीपावली और छठ पर होने वाली संभावित भीड़ के नियंत्रण के लिए रेलवे मंडल प्रशासन ने तैयारी कर ली है। रेलवे मंडल में रेलवे लाइन के किनारे 100 से अधिक स्थानों पर छठ घाट रहने के कारण अर्घ्य वाले दिन रेलवे मंडल के सभी रेलवे खंड पर 30 किलोमीटर की स्पीड में कॉशन पर ट्रेन चलाई जाएगी। इसके लिए सभी स्टेशन मास्टर, ट्रेन के गार्ड व चालक को निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही जिस खंड पर रेलवे लाइन के किनारे छठ घाट होगा उस क्षेत्र में ट्रेन के चालकों को लगातार सीटी बजाते हुए ट्रेन चलाने को कहा गया है।

डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 75 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों को चलाया जाएगा। समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा जहां पर आरक्षण के लिए यात्रियों की ज्यादा भीड़ होने की संभावना है, वहां पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पीआरएस टिकट काउंटर खोले जाएंगे। अभी तीन-तीन अतिरिक्त काउंटर खोलने का प्रस्ताव है, जिसको आगे जरूरत के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है।

डीआरएम ने बताया कि इसके अलावा रेलवे मंडल के रक्सौल, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, जयनगर, सहरसा, बनमनखी तथा पूर्णयिा कोर्ट, स्टेशनों पर अतिरिक्त बुकिंग काउंटर खोला जा रहा है। समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, जयनगर सीतामढ़ी, बापूधाम मोतिहारी बेतिया, रक्सौल तथा नरकटियागंज में अतिरिक्त यूटीएस काउंटर खोले जाएंगे।

रेलवे मंडल के 11 स्टेशनों पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो 24 घंटे वहां पर भीड़ नियंत्रण के लिए नजर रखेंगे एवं इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। बुकिंग एवं पूछताछ तथा पीआरएस काउंटर के आसपास स्पेशल ट्रेनों के बारे में बैनर लगाकर प्रदर्शित किया गया है, जहां से यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध हो सके। मंडल के कंट्रोल रूम में वार रूम खोला जाएगा। जहां पर सभी विभागों के अधिकारी व सुपरवाइजर रहेंगे जो हर स्टेशन पर की जा रही व्यवस्था पर नजर रखेंगे एवं आवश्यकता अनुसार निर्देश देंगे।

डीआरएम ने बताया कि किसी भी अवस्था में अंतिम समय में गाड़ियों के निर्धारित प्लेटफार्म बदले नहीं जाएंगे। अगर किसी इमरजेंसी में प्लेटफार्म बदलने की जरूरत पड़ी तो एक घंटा पहले ही अथवा पर्याप्त समय रहते इसे बदला जाएगा। यात्रियों को लगातार उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से सूचित किया जाएगा। एडीआरएम के बिना अनुमोदन के प्लेटफार्म का परिवर्तन नहीं किया जाएगा।

 

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