नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज थाने में लोकप्रिय लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की 10 धाराओं और आईटी एक्ट (संशोधित) की एक धारा के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर दर्ज कराने वाले व्यक्ति का नाम अभय सिंह बताया गया है। वहीं अब एफआईआर दर्ज होने के बाद, सोमवार, 28 अप्रैल को नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि सरकार पहलगाम आतंकी हमले से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा रही है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
हमले के जवाब में सरकार ने किया क्या…
आपको बता दें कि लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री भगवान नहीं हैं और बीजेपी देश नहीं है। अगर सवालों से परेशानी है, तो सरकार छोड़ दीजिए, मैं सवाल पूछना बंद कर दूंगी।” “अपनी नाकामी का ठीकरा मेरे सिर पर मत फोड़िए। लोकतंत्र में जैसे एक-एक वोट जरूरी है, वैसे ही सवाल भी जरूरी हैं।” “अगर ये राजनीति है तो तानाशाही क्या है?”
“BJP देश नहीं, PM भगवान नहीं हैं”
नेहा सिंह राठौर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सरकार सवालों का जवाब देने के बजाय एफआईआर, नोटिस, और अपमान का सहारा ले रही है। उनका सवाल था “क्या यही राजनीति है? अगर ये राजनीति है तो फिर तानाशाही क्या होती है?” उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है क्योंकि वे सरकार से मुश्किल और असहज सवाल पूछती हैं।
पहलगाम हमले के जवाब में अब तक सरकार ने क्या किया है? मेरे ऊपर FIR ?
अरे दम है तो जाइये…आतंकवादियों के सिर लेकर आइये!
सरकार मेरे ऊपर FIR करवाकर असली मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है…क्या ये बात समझना इतना मुश्किल है? pic.twitter.com/mOuKPzYYoF
— Neha Singh Rathore (@nehafolksinger) April 28, 2025
पहलगाम हमला और राजनीतिक प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सरकार की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर विपक्ष और समाज के कुछ वर्गों में असंतोष है। नेहा का दावा है कि सरकार हमले की जवाबदेही से बचने के लिए उन्हें निशाना बना रही है, जिससे असली मुद्दों से जनता का ध्यान हटाया जा सके।
विवाद और विरोध दोनों जारी
नेहा सिंह राठौर पहले भी अपने तीखे राजनीतिक व्यंग्य गीतों और बयान के कारण चर्चा में रही हैं। एफआईआर दर्ज होने के बाद एक बार फिर वह सुर्खियों में हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस विवाद का क्या राजनीतिक और कानूनी नतीजा निकलता है।