नेशनल डेस्क : असम में पाकिस्तान के समर्थन में बयान देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुई है। पहलगाम में हुए हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने राज्य में पाकिस्तान के समर्थन में बोलने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। अब तक राज्यभर में कुल 42 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और हाल ही में तीन और गिरफ्तारियां हुई हैं। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
CM हिमंता बिस्वा सरमा की कड़ी चेतावनी
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान के समर्थन में बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि कोई व्यक्ति “पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाएगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसे कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने यहां तक कहा कि ऐसे लोगों की टांगें तोड़ी जा सकती हैं। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी राज्य में पाकिस्तान समर्थक गतिविधियों के खिलाफ सरकार के दृढ़ रुख को दर्शाती है।
हाल ही में गिरफ्तार हुए तीन व्यक्ति
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के तीन जिलों, बारपेटा, होजाई और चिरांग से एक-एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों के साथ, अब तक कुल 42 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और उन्हें जेल भेज दिया गया है। इन गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार ने पाकिस्तान के समर्थन में बोलने वालों के खिलाफ एक कठोर रुख अपनाया है।
विधायक अमीनुल इस्लाम की गिरफ्तारी
इससे पहले, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विधायक अमीनुल इस्लाम को भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन किया और पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता को लेकर बयान दिया। इस गिरफ्तारी ने असम में पाकिस्तान समर्थक गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाने के सरकार के फैसले को मजबूत किया।
CM की अपील और चुनावी रैली में बयान
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने अपनी एक चुनावी रैली में कहा था कि अगर कोई व्यक्ति पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाएगा, तो उसकी टांगें तोड़ दी जाएंगी। उन्होंने अपील की कि लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना के लिए प्रार्थना करें, ताकि पाकिस्तान के आतंकी जो कहीं भी छिपे हों, उन्हें जल्द ही पकड़कर सजा दी जा सके।
22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसारन इलाके में एक आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल था और यह हमला सुरक्षा एजेंसियों और सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया। इस हमले ने यह स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान से जुड़ी आतंकी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि जो भी व्यक्ति राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और इस मामले में किसी भी हालत में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सरकार का यह कदम यह दर्शाता है कि वह देश की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार के समझौते से इंकार करती है और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।