पंजाब : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को केंद्र से आग्रह किया कि वह अपनी ‘‘हठ’’ छोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत करे। मान ने कहा कि किसानों से बात करना केंद्र का कर्तव्य है और किसी भी मुद्दे का समाधान केवल बातचीत के जरिए ही हो सकता है। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘किसानों से बात करना केंद्र सरकार का कर्तव्य है। किसी भी मुद्दे का समाधान केवल बातचीत के जरिए ही हो सकता है। केंद्र सरकार को अपनी हठ छोड़ देनी चाहिए।’’
किसान अपने दिल्ली कूच को सुरक्षाबलों द्वारा रोके जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू तथा खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल केंद्र पर किसानों की मांगें मानने का दबाव बनाने के लिए 26 नवंबर से पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर हैं।
छह से 14 दिसंबर के बीच 101 किसानों के एक जत्थे ने तीन बार पैदल दिल्ली कूच करने का प्रयास किया, लेकिन हरियाणा में सुरक्षार्किमयों ने उन्हें रोक दिया। हरियाणा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नायब सिंह सैनी ने बुधवार को कहा कि पंजाब की आप सरकार को राज्य के किसानों से बातचीत करनी चाहिए और उनकी समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। पिछले सप्ताह सैनी ने कहा था कि हरियाणा में किसानों की सभी फसलों की खरीद एमएसपी पर की जा रही है और उन्होंने पंजाब सरकार से भी ऐसा ही करने का आग्रह किया था।
सैनी ने कहा था, ‘‘पंजाब सरकार को भी किसानों से एमएसपी पर फसल खरीदने का फैसला करना चाहिए। उन्हें इससे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। जब ? पंजाब में किसान मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, तो पंजाब सरकार को घोषणा करनी चाहिए कि वह किसानों से सभी फसलों की खरीद एमएसपी पर करेगी।’’