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domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114पटना। बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर स्थापित लोकतांत्रिक मर्यादाओं, परंपराओं और मूल्यों का ह्रास करने का आरोप लगाते हुए तंज कसा। तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, ‘बिहार में प्रतिदिन हत्याएं हो रही हैं। दलितों के घर जलाए जा रहे हैं। लूट, अपहरण और फिरौती की घटनाएं हो रही हैं। बच्चियों और महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं। कानून व्यवस्था बदहाल है, अपराधी बेलगाम हैं। थाना व ब्लॉक में व्याप्त भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है। पुलिस शराबबंदी के नाम पर धन शोधन में व्यस्त है। लेकिन, इन सब ज्वलंत मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन हैं, निष्क्रिय हैं। चंद अधिकारी केवल उन्हें अर्धनिर्मित एवं निर्माणाधीन योजनाओं के निरीक्षण, उद्घाटन और शिलान्यास के लिए लेकर जाते है ताकि यह लगे की सब ठीक है। अगर सब सही है तो फिर मुख्यमंत्री मीडिया और जनता से संवाद क्यों नहीं करते?‘
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जिस क्षेत्र और जिले में जाते हैं तो वहां के स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित क्यों नहीं किया जाता? विभागीय मंत्री साथ क्यों नहीं होते? सीएम स्थापित लोकतांत्रिक मर्यादाओं, परंपराओं और मूल्यों का ह्रास कर रहे हैं।
बता दें कि इसके अलावा तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक और पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘पीएम मोदी और नीतीश कुमार ने बिहार को गुंडों को सौंप दिया है। कोर्ट से गवाही देकर लौट रहे तीन लोगों को गोली मार दी, पहले भी इन्हें गोली मारी थी। इससे अंदाज़ा लगाइए बीजेपी-जेडीयू ने बिहार में कानून-व्यवस्था की क्या दुर्गति कर दी है?
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार पिछले एक महीने से लगातार विभिन्न जिलों में पहुंच रहे हैं और विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर रहे हैं। इधर, तेजस्वी यादव भी लगातार सरकार को विभिन्न मुद्दों को लेकर घेर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने दो दिन पहले नवादा में दलित समाज के लोगों के घर जलाए जाने को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।