जालंधर/चंडीगढ़। पंजाब की सीमा पर किसानों को बैठाकर इन दिनों तमिलनाडु में घूम रहे विवादित किसान नेता सरवन सिंह पंधेर समेत 5 किसान नेताओं को पुलिस ने रविवार को हिरासत में ले लिया। इनमें पंजाब के एक और किसान नेता मंजीत सिंह राय भी थे। कुछ स्थानीय किसान नेता भी उनके साथ थे। बताया जाता है कि ये किसान नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने जा रहे थे। चुनाव आचार संहिता तोड़ने के आरोप में उन्हें कोयंबटूर में हिरासत में ले लिया गया।
पंजाब में तेजी से उनकी गिरफ्तारी की खबर फैली। कोयंबटूर से मिली खबर के अनुसार पुलिस ने उन्हें कई घंटे हिरासत में रखकर रोके रखा। पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने दिल्ली चलो का ऐलान कर किसानों को एकजुट कर इस साल 13 फरवरी से हाईवे पर बैठा रखा है। पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू और खनौरी बार्डर पर किसानों की मौजूदगी के कारण नैशनल हाईवे बंद हैं और लोगों को बहुत ही लंबे वैकल्पिक रास्तों से आना-जाना पड़ रहा है। पुलिस के साथ झड़प के कारण एक युवा किसान शुभकरण सिंह की भी मौत हो चुकी है। इसके कारण इन किसान नेताओं के नेतृत्व और राजनीतिक मंशाओं पर सवाल उठते रहे हैं। उनके विगत मामले भी उठते रहे हैं।
केंद सरकार के मंत्रियों के साथ वार्ता में ये दोनों नेता भी शामिल थे। वार्ता में प्रमुख भूमिका निभाने वाले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर कुछ साल पहले अपने गृह जिले अमृतसर में यौन शोषण के एक गंभीर मामले में फंस गए थे। अमृतसर के मजीठा थाने में यह केस उन्हीं की एक भतीजी ने दर्ज कराया था। उनका गांव पंधेर इसी थाना क्षेत्र में है। उनका साथ दे रहे किसान नेताओं पर उगाही करने के आरोप भी लगते रहे हैं। एक किसान नेता पर लुधियाना के एक उद्योगपति से भारी रकम वसूलने का आरोप लगा था। और तो और, युवा किसान शुभकरण सिंह के भोग पर गुरुद्वारा साहिब में इकट्ठा हुए चढ़ावे में भी रकम मांगने के आरोप लगे हैं।