CSR Scam : केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को विधानसभा में बताया कि एक बड़े सीएसआर घोटाले में आधी कीमत पर स्कूटर देने का झांसा देकर 48,386 लोगों से 281.43 करोड़ रुपये वसूले गए, लेकिन केवल 16,348 लोगों को ही वाहन मिले। इस घोटाले से जुड़े अब तक 386 मामलों में जांच शुरू की गई है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) विधायक मुरली पेरुनेली के एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए विजयन ने बताया कि 12 मार्च तक इस घोटाले से जुड़े 1,343 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 665 मामलों की जांच अपराध शाखा के अधीक्षक को सौंपी गई है जो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक की निगरानी में विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हजारों लोगों को सीएसआर फंड (निगमित सामाजिक दायित्व कोष) के नाम पर सस्ते दोपहिया वाहन और लैपटॉप देने का झांसा दिया गया था। जांच के दौरान मुख्य आरोपी के पास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं और उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है।
16,348 लोगों को मिले वाहन
इस घोटाले में अब तक आनंदु कृष्णन, रवि पन्नक्कल, बशीर पी पी, रियास, मोहम्मद शफी और के एन आनंद कुमार को गिरफ्तार किया गया है। अब तक जांच के दायरे में आए 386 मामलों के आंकड़ों के अनुसार, स्कूटर देने के नाम पर 48,386 लोगों से 281.43 करोड़ रुपये लिए गए, लेकिन सिर्फ 16,348 लोगों को ही वाहन मिले। इसी तरह, 36,891 लोगों से लैपटॉप देने के नाम पर 9.22 करोड़ रुपये वसूले गए, जबकि केवल 29,897 को ही लैपटॉप मिले। इसके अलावा, 56,082 लोगों को सिलाई मशीन देने का वादा कर 23.24 करोड़ रुपये लिए गए, लेकिन 53,478 मशीनें ही वितरित की गईं।
संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू
विजयन ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी और उसकी कंपनियों ने 23 बैंक खाते संचालित किए थे। अदालत के आदेश के अनुसार, उसकी तीन संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अपराध शाखा अभी भी 279 मामलों की प्रारंभिक जांच कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह धोखाधड़ी सामाजिक-आर्थिक एवं पर्यावरण विकास सोसाइटी, एनजीओ परिसंघ और विभिन्न सोसायटियों एवं परिसंघों के माध्यम से की गई जिनका गठन आनंद कुमार को अध्यक्ष तथा आनंदु कृष्णन को समन्वयक बनाकर किया गया था। विजयन ने जनता से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा कि लोगों को आकर्षक ऑफरों के जाल में फंसने से बचना चाहिए।