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CWC और संसदीय दल की बैठक में राहुल को विपक्ष का नेता बनाने की उठी मांग, उन्होंने कहा- मुझे कुछ समय दीजिए

CWC की बैठक में लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी कांग्रेस पार्टी।

नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) और कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शुरू हो गई है। इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने की मांग शुरू कर दी है। वहीं सीडब्ल्यूसी बैठक में भी इस मुद्दे के साथ सरकार से लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांगने पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा शेयर मार्केट स्कैम पर जेपीसी और नीट परीक्षा में गड़बड़ी की जांच की मांग को लेकर प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है।

कांग्रेस के कई नेताओं ने अपनी मांग रखी है कि राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालना चाहिए, क्योंकि वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और इस कदम से पार्टी को मजबूती मिलेगी। एएनआई से बातचीत में प्रताप सिंह बाजवा ने कहा, “सब कुछ पार्टी हाईकमान तय करेगा। पूरा देश मांग कर रहा है कि राहुल गांधी विपक्ष के मुख्य नेता के तौर पर सामने आएं। यह पद उपयुक्त है और वे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इससे पार्टी को भी मजबूती मिलेगी।” पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, जो लुधियाना से सांसद हैं, ने कहा कि अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व पर निर्भर करता है और राहुल गांधी को यह फैसला करना है कि उन्हें यह भूमिका लेनी है या नहीं।

अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा, “हमारी मांग रही है कि राहुल गांधी आगे आकर सब कुछ संभालें, लेकिन अंतिम फैसला नेतृत्व का है। राहुल गांधी को खुद ही फैसला करना है। प्रधानमंत्री को शपथ नहीं लेनी चाहिए। वह ‘400 पार’ की बात कर रहे थे… ‘अगर मैं उनकी जगह पर होता तो शायद शपथ नहीं लेता।’ दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक चल रही है। बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य नेता मौजूद हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों की मांग है। उन्होंने कहा, “हमें अभी तक सीडब्ल्यूसी बैठक के एजेंडे के बारे में पता नहीं है। हमारी मांग 140 करोड़ भारतीयों की मांग के समान ही है। राहुल गांधी को विपक्ष के नेता के रूप में पद संभालना चाहिए। राहुल गांधी महिलाओं और बेरोजगारों के लिए लड़ते रहे हैं।” गुरदासपुर से लोकसभा चुनाव जीतने वाले कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि राहुल गांधी संसद में प्रधानमंत्री को जवाब दे सकते हैं, इसलिए उन्हें विपक्ष का नेता बनना चाहिए।

उन्होंने कहा, “यह बहुत महत्वपूर्ण बैठक है। जो प्रस्ताव रखे जाएंगे, वे अच्छे होंगे…हम संसद में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। हां, हम चाहते हैं कि देश को ऐसा चेहरा मिले जो प्रधानमंत्री को जवाब दे सके। मुझे लगता है कि पूरा देश यही चाहता है।” सरकार गठन में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने सहयोगियों का समर्थन लेने के बीच, इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने भविष्य की कार्रवाई करने से पहले “प्रतीक्षा करने और देखने” का फैसला किया है।

कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने उम्मीद जताई कि एनडीए गठबंधन देश के भविष्य के लिए अच्छा साबित होगा। खुर्शीद ने कहा, “विभिन्न लोगों ने इसे विभिन्न तरीकों से वर्णित किया है। स्पष्ट रूप से, यह एक गठबंधन है। मेरा मानना ​​है कि यह गठबंधन इस देश के भविष्य के लिए अच्छा होगा क्योंकि अब तक, जिस तरह से भाजपा ने सरकार चलाई है, वह असंतोषजनक है। आइए उम्मीद करते हैं कि यह बेहतर होगा।” कांग्रेस चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और 2019 के लोकसभा चुनाव में 52 सीटों से बढ़कर 100 सीटों पर पहुंच गई है।

इस विचार-विमर्श में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के भाग लेने की संभावना है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जून को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले सकते हैं। 4 जून को घोषित लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल की है।

कार्यसमिति की बैठक में कहीं गईं मुख्य बातें

  1. कांग्रेस कार्यसमिति देश-भर में फैले कांग्रेस पार्टी के नेताओं और करोड़ों कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती है, जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में अथक परिश्रम किया। मैं आपकी दृढ़ इच्छाशक्ति, संकल्प और परिश्रम के लिए बधाई देता हूं।
  2. जनता ने हम में विश्वास व्यक्त कर के तानाशाही शक्तियों और संविधान विरोधी ताक़तों को कड़ा जवाब दिया है। हिंदुस्तान के मतदाताओं ने बीजेपी के 10 साल की विभाजनकारी, नफरत औरध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज किया है।
  3. कांग्रेस कार्यसमिति कांग्रेस के सभी नव-निर्वाचित सदस्यों को बधाई देती है, जिन्होंने विपरीत परस्तिथियों में चुनाव लड़कर जीत हासिल की। उन्हें 18वीं लोक सभा का सदस्य बनने पर शुभकामनाएँ।
  4. इस मौके पर मैं श्रीमती सोनिया गांधीजी को भी धन्यवाद देनाचाहूंगा, जिन्होंने चुनाव की तैयारियों, गठबंधन की बैठकों में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने लंबे अनुभव के आधार पर हम सब का मार्गदर्शन किया।
  5. मैं लोगों के चहेते, राहुल गांधी जी को भी बधाई देना चाहूँगा जिन्होंने संविधान, आर्थिक गैर बराबरी, बेरोजगारी और सामाजिक न्याय और सौहार्द्र जैसे मसलों को जन-जन का मुद्दा बना दिया।
  6. यह राहुलजी के नेतृत्व में दो साल पहले 4 हजार किलोमीटर लंबीभारत जोड़ो यात्रा और फिर 6,600 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ोन्याय यात्रा का फल है, जिसकी मदद से हमें जनता से जुड़ने औरउनकी समस्याओं, सरोकारों, और आकांक्षाओं को जानने में मददमिली। इसी आधार पर कांग्रेस पार्टी ने अपना चुनावी अभियानतैयार किया।
  7. प्रियंकाजी को खास तौर पर बधाई देना चाहूंगा जिन्होंने अमेठी औऱरायबरेली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी ज़ोरदार प्रचारकिया।
  8. मैं कांग्रेस के अपने सभी वरिष्ठ सहयोगियों को धन्यवाद दूँगा जिन्होंने एक TEAM की तरह काम किया। ये हमारेसामूहिक प्रयासों का ही असर था कि देश भर में हमारे कार्यकर्तासाथियों ने एक नयी उमंग और जोश के साथ काम किया। उन्होनेअपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। हमे यह बात हमेशा याद रखनी है कि परिश्रम और संकल्प से हम बड़े से बड़े विरोधी को मात दे सकते है।
  9. यहाँ मैं इस बात का भी ख़ास उल्लेख करना चाहूँगा कि जहां-जहांसे भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुज़री, वहाँ परकांग्रेस पार्टी के वोट प्रतिशत और सीटों में बढ़ोतरी हुई।
  10. मणिपुर जहां से न्याय यात्रा शुरू हुई वहाँ हम दोनों सीटें जीते। नागालैंड, असम, मेघालय जैसेउत्तर-पूर्व के कई राज्यों में हमे सीटें मिली। महाराष्ट्र में हम सबसेबड़ी पार्टी बनकर उभरे। देशभर में कांग्रेस पार्टी को लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए लोगों का अपार समर्थन मिला।
  11. यही नहीं, SC, ST, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यक, और ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी की सीटों में वृद्धि हुई। हमें आगे यह प्रयास करना है कि शहरी मतदाताओं के बीच हम अपना प्रभाव बनाए और इन इलाक़ों में भी पार्टी को मज़बूत करें।
  12. जहां हम कुछ राज्यों में कांग्रेस पार्टी के अच्छे प्रदर्शन पर खुश हैं, तो वहीं उन राज्यों पर भी खास तौर से गौर करना होगा, जहां कांग्रेस पार्टी की संभावनाओं और अपेक्षाओं के विपरीत परिणाम आए। जहां हमने विधान सभा में अच्छा प्रदर्शन कर सरकार बनाई, लेकिन लोक सभा में उस प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए।
  13. इन सभी बातों पर हम जल्दी ही अलग से चर्चा करेंगे। जोतत्कालिक कदम उठाना होगा, वो भी हम उठाएंगे।
  14. इस बैठक में मैं अपने इंडिया गठबंधन के साथी दलों की सराहनाभी खास तौर पर करना चाहूंगा। विभिन्न राज्यों में सभी सहयोगीदलों ने अहम भूमिका निभाई, हर पक्ष ने यथासंभव योगदानदिया। एक स्वर में साथ रहे।
  15. इंडिया गठबंधन के साथियों के साथ हम संसद और संसद केबाहर एकजुट होकर और मिलकर काम करेंगे।
  16. जिन अहम मुद्दों पर हम चुनाव अभियान में गए वे आम जनता केसरोकार के मुद्दे हैं। इसलिए वे हमेशा हमारी ध्यान में रहेंगे। संसदऔऱ संसद के बाहर जनता के इन सवालों को हम लगातार उठातेरहेंगे।
  17. हम जनमत को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। देश की जनता के एक बड़े तबके ने हम पर भरोसा किया है। हम उनका भरोसाबरकरार रखने के लिए सभी संभव प्रयास करेंगे। हमें अनुशासितरहना है। हमें एकजुट रहना है।
  18. हमारा काम निरंतर जारी रहेगा, चाहे हम सत्ता में हो या नहीं। हमें 24 घंटे, 365 दिन लोगों के बीच रहना होगा, जनता के मुद्दों को उठाना होगा।
  19. कुछ महीनों में महत्वपूर्ण राज्यों के चुनाव होने है, हमें हर क़ीमत पर विरोधी दलों को परास्त कर, अपनी सरकार बनानी है। लोग बदलाव चाहते है, हमें उनकी ताक़त बनना होगा।

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