रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): विश्व विख्यात केदारनाथ धाम के कपाट आज भाई दूज के पर्व पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए। तड़के 4 बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। आज प्रातः आठ बजकर तीस मिनट पर शीतकाल के छह माह के लिए बंद हो गए हैं। जिसके बाद बाबा केदार छः माह के लिए समाधि में लीन हो गए हैं। बाबा की डोली ने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान किया। वहीं कपाट बंद होने के मौके पर आर्मी की बैंड धुनों में श्रद्धालु खूब जमकर झूमे।
#WATCH | Uttarakhand: The portals of Shri Kedarnath Dham closed for the winter season today at 8:30 am. The portals were closed with Vedic rituals and religious traditions amidst chants of Om Namah Shivay, Jai Baba Kedar and devotional tunes of the Indian Army band.
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— ANI (@ANI) November 3, 2024
विग्रह डोली को 6 माह की पूजा के लिए मंदिर में विराजमान किया जाएगा
कपाट बंद होने के अवसर पर सेना की बैंड धुनों के साथ बाबा केदार की चल उत्सव विग्रह डोली ने अपने धाम से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ के लिए प्रस्थान कर दिया है। बाबा केदार की डोली पहले रात्रि प्रवास पर रामपुर पहुंचेगी।
सोमवार को डोली रामपुर से रात्रि प्रवास के लिए गुप्तकाशी और मंगलवार को गुप्तकाशी से पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचेगी। जहां पर सभी धार्मिक मान्यताओं के निर्वहन के साथ बाबा केदार की पंचमुखी चल उत्सव विग्रह डोली को छह माह की पूजा के लिए मंदिर में विराजमान किया जाएगा।
साढ़े 16 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों बाबा के किए दर्शन
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि इस यात्राकाल में रिकॉर्ड साढ़े 16 लाख से अधिक तीर्थ यात्री श्री केदारनाथ धाम पहुंचे। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से आज भव्य व दिव्य केदारपुरी का पुनर्निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम यात्रा का सफल संचालन हुआ। उन्होंने सफल यात्रा संचालन के लिए बीकेटीसी के कार्मिकों, पुलिस – प्रशासन, यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विभागों आदि का आभार जताया।