मोसुलः उत्तरी इराक में ईसाई विवाह समारोह का आयोजन कर रहे एक विवाह भवन में आग लग जाने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने घटना में मरने वालों की संख्या और बढऩे की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि घटना इराक के निनवे प्रांत के हमदानिया इलाके में हुई। यह प्रांत उत्तरी शहर मोसुल के ठीक बाहरी क्षेत्र में बसा एक ईसाई बहुल इलाका है, जो कि देश की राजधानी बगदाद से 335 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम में है।
टेलीविजन पर दिखाए जा रहे फुटेज में विवाह भवन आग की लपटों से घिरा हुआ नजर आ रहा है। चारों ओर मलबा और आग में नष्ट हुए सामान नजर आ रहे हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। घायलों के लिए और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है। निनवे प्रांत के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मरने वालों की संख्या 114 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल-बद्र ने इससे पहले इराक की सरकारी समाचार एजेंसी के हवाले से घायलों की संख्या 150 बताई थी।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस दुखद घटना के पीड़ित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।’’ प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ऑनलाइन जारी किए गए बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। निनवे के प्रांतीय गर्वनर नजीम अल-जुबौरी ने बताया कि कई घायलों को क्षेत्रीय अस्पतालों में रेफर किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि हताहतों का यह अंतिम आंकड़ा नहीं है और मरने वालों की संख्या और बढऩे की आशंका है।
आग लगने के कारण पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन एक टेलीविजन समाचार चैनल ने अपनी खबर में अंदेशा जताया है कि समारोह स्थल पर की गई आतिशबाजी से संभवत: हादसा हुआ होगा। इराकी समाचार एजेंसी के हवाले से नागरिक सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि विवाह समारोह स्थल के बाहरी हिस्से की सजावट में अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री का इस्तेमाल हुआ था, जो देश में अवैध है। नागरिक सुरक्षा अधिकारी ने कहा, ‘‘अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री के इस्तेमाल, कम लागत वाली निर्माण सामग्री के उपयोग के कारण आग लगी जिसने कुछ ही देर में विकराल रूप ले लिया और विवाह भवन का कुछ हिस्सा आग लगने से ढह गया।’’