नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल ने 12 फरवरी यानि कल को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की है। यह छुट्टी गुरु रविदास जयंती के अवसर पर दी गई है। पहले इस दिन रिस्ट्रिक्टेड होलीडे (वैकल्पिक छुट्टी) होती थी, जिसे कर्मचारी अपनी इच्छा से ले सकते थे। लेकिन अब इसे पूरी तरह से सार्वजनिक अवकाश बना दिया गया है।
कौन थे गुरु रविदास?
गुरु रविदास एक महान संत और समाज सुधारक थे। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के वाराणसी के एक छोटे से गाँव में हुआ था। वे जूते बनाने का काम करते थे, लेकिन उनके विचार और शिक्षाएँ इतनी प्रेरणादायक थीं कि लाखों लोग उनके अनुयायी बन गए।
उनके जीवन की खास बातें
- सामाजिक समानता पर जोर – गुरु रविदास ने समाज में सभी को बराबरी का अधिकार देने की बात कही।
- आध्यात्मिक शिक्षा – उन्होंने प्रेम, शांति और मानवता का संदेश दिया।
- मुगल शासकों का दबाव – उस समय उत्तर भारत में मुगलों का शासन था। उन्होंने कई बार गुरु रविदास पर इस्लाम अपनाने का दबाव डाला, लेकिन गुरु रविदास अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे।
- लोगों के प्रति प्रेम – उन्होंने सभी धर्मों और जातियों के लोगों को समान दृष्टि से देखा और समाज में भेदभाव को खत्म करने की कोशिश की।
गुरु रविदास की शिक्षाएँ
- सभी इंसान बराबर हैं, कोई छोटा-बड़ा नहीं होता।
- ईश्वर एक है और उसे पाने का रास्ता प्रेम और सेवा है।
- जात-पात और धर्म के नाम पर लोगों को अलग नहीं करना चाहिए।
- गुरु रविदास का जीवन और उनकी शिक्षाएँ आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। उनकी जयंती पर दिल्ली सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित करना उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का एक प्रयास है।