Arvind Kejriwal : आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि वह इस बात से निराश हैं कि अरबपतियों के लिए ऋण माफी को समाप्त करने तथा बचाई गई धनराशि को मध्यम वर्ग और किसानों पर खर्च करने के उनके सुझाव को केंद्रीय बजट 2025-26 में पूरा नहीं किया गया।
अरविंद केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, कि ‘देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के ऋण माफ करने में चला जाता है।’’ उन्होंने कहा, कि ‘मैंने मांग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के कर्ज माफ नहीं किए जाएंगे। इससे बचने वाले पैसे से मध्यम वर्ग के गृह कर्ज और वाहन कर्ज में छूट दी जाए, किसानों के कर्ज माफ किए जाएं। आयकर और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) आधे किए जाएं। मुझे दुख है कि ये नहीं किया गया।’’
देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा चंद अमीर अरबपतियों के क़र्ज़े माफ़ करने में चला जाता है। मैंने माँग की थी कि बजट में ये ऐलान किया जाए कि आगे से किसी अरबपति के क़र्ज़ माफ़ नहीं किए जाएँगे। इस से बचने वाले पैसे से
1. मिडल क्लास के होम लोन और व्हीकल लोन में छूट दी जाए; किसानों के…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2025
संसद में अपना लगातार आठवां बजट पेश करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा बढ़ाने और कर कानूनों को सरल बनाने सहित ‘‘अगली पीढ़ी’’ के सुधारों का खाका पेश किया। मध्यम वर्ग को राहत देते हुए सीतारमण ने बजट में 12 लाख रुपए तक की वार्षिक आय को आयकर से छूट दी तथा कर स्लैब में फेरबदल किया।