नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कंप्यूटर वैज्ञानिक और पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ एक पॉडकास्ट में अपने लंबे समय से जुड़े हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि वह अपने जीवन में बहुत भाग्यशाली महसूस करते हैं कि उन्होंने आरएसएस जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और उद्देश्य सीखा।
आरएसएस ने मुझे जीवन का उद्देश्य दिया: प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने बताया कि बचपन में उन्हें आरएसएस की सभाओं में जाना बहुत अच्छा लगता था और आरएसएस ने उन्हें जीवन का उद्देश्य दिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस अपने सदस्यों को राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का एहसास कराता है और सिखाता है कि समाज सेवा को ही ईश्वर की सेवा मानना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आरएसएस ने उन्हें यह समझाया कि एक स्वयंसेवक का असली योगदान समाज के लिए क्या है, न कि केवल एक घंटे के सत्र में भाग लेने या वर्दी पहनने से। उन्होंने सेवा भारती जैसे संगठनों का उदाहरण दिया, जो गरीब बस्तियों में सेवा कार्य कर रहे हैं। सेवा भारती के लगभग 1,25,000 परियोजनाएं चल रही हैं, जो बिना सरकारी सहायता के, सिर्फ सामुदायिक समर्थन से संचालित हो रही हैं।
#WATCH | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में RSS से अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने RSS जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा। मुझे उद्देश्यपूर्ण जीवन मिला…”
उन्होंने आगे कहा, “…… pic.twitter.com/5zp2Po0Q7K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 16, 2025
सामाजिक पहलों पर भी प्रकाश डाला
पीएम मोदी ने आरएसएस की सामाजिक पहलों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ‘विद्या भारती’ नामक संगठन ने देश भर में 70,000 स्कूल खोले हैं और इन स्कूलों में 30 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
संतों के साथ समय बिताया, एक आध्यात्मिक आधार मिला: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने संतों के साथ समय बिताया, जिससे उन्हें एक आध्यात्मिक आधार मिला और उनके जीवन में अनुशासन और उद्देश्य आया। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण मिशन के योगदान को भी स्वीकार किया, जो उनके जीवन के निर्माण में महत्वपूर्ण रहे। पीएम मोदी ने आरएसएस द्वारा श्रमिकों के संगठन की भूमिका पर भी बात की और इसे वामपंथी विचारधाराओं से अलग बताया। उन्होंने कहा कि आरएसएस का मज़दूर संघ ‘मज़दूर दुनिया को एकजुट करते हैं’ का विचार रखता है, जो वामपंथी विचारधारा से अलग है।