नेशनल डेस्क: बीते शुक्रवार को म्यांमार में भयंकर भूकंप आया, जिसके बाद हाहाकार मच गई। भूकंप से मरने वालों की संख्या 1002 तक पहुंच गई है जबिक 2300 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 30 से ज्यादा लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के सैन्य जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से फोन पर बात की। प्रधानमंत्री ने म्यांमार में आए भूकंप में लोगों की मौत पर दुख जाहिर किया और कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “म्यांमार के वरिष्ठ जनरल महामहिम मिन आंग ह्लाइंग से बात की। विनाशकारी भूकंप में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। एक करीबी दोस्त और पड़ोसी के रूप में, भारत इस कठिन घड़ी में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज एवं बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है।”
Spoke with Senior General H.E. Min Aung Hlaing of Myanmar. Conveyed our deep condolences at the loss of lives in the devastating earthquake. As a close friend and neighbour, India stands in solidarity with the people of Myanmar in this difficult hour. Disaster relief material,…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2025
भारत ने शुक्रवार को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद शनिवार को राहत सामग्री म्यांमार को सौंपी। म्यांमार में भारत के राजदूत अभय ठाकुर ने यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को राहत सामग्री सौंपी। एक्स पर एक पोस्ट में, विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “ऑपरेशन ब्रह्मा: भारत ने म्यांमार को राहत सामग्री सौंपी। राहत सामग्री की पहली खेप आज यांगून में राजदूत अभय ठाकुर द्वारा औपचारिक रूप से यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को सौंपी गई।”
Operation Brahma:
hands over the relief material to Myanmar
The first consignment of relief material was formally handed over to Chief Minister of Yangon U Soe Thein by Ambassador Abhay Thakur in Yangon today. pic.twitter.com/bpm8e7Olgf
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 29, 2025
‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू
भारत ने भूकंप से प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। भारतीय वायु सेना का सी-130 जे विमान लगभग 15 टन राहत सामग्री लेकर आया, जिसमें टेंट, कंबल, स्लीपिंग बैग, भोजन के पैकेट, स्वच्छता किट, जनरेटर और आवश्यक दवाएं शामिल हैं, जो दिन में पहले यांगून में उतरा।