नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती फिलहाल जारी है। रुझानों में इस समय बीजेपी 45 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं आम आदमी पार्टी ने 25 सीटों पर बढ़त बना रखी है। इस बीच राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने लगी है। इसी कड़ी में अरविंद केजरीवाल के ‘राजनीतिक गुरु’ अन्ना हजारे ने इशारों ही इशारों में बताया आखिर क्यों आम आदमी पार्टी से दिल्ली की जनता का विश्वास डगमगा रहा है। विधानसभा सीट के लिए जारी मतगणना के रुझानों में भाजपा 42 सीटों पर आगे है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के इस प्रदर्शन पर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रतिक्रिया आई है। जिसमें उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का आचार शुद्ध होना, विचार शुद्ध होना, जीवन निष्कलंक होना। अन्ना ने इशारों ही इशारों में बताया कि आखिर दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सत्ता से बाहर होने की ओर क्यों बढ़ रहे हैं?
#WATCH | On #DelhiElectionResults, social activist Anna Hazare says, “I have been saying it for a long that while contesting the election – the candidate must have a character, good ideas and have no dent on image. But, they (AAP) didn’t get that. They got tangled in liquor and… pic.twitter.com/n9StHlOlK9
— ANI (@ANI) February 8, 2025
अरविंद केजरीवाल को बार-बार बताता था, लेकिन उनके दिमाग में कभी नहीं आया। अन्ना हजारे ने आगे कहा, “शराब की दुकानों को लेकर उन्होंने मुद्दा उठाया. शराब की बात क्यों आई, क्योंकि उन्हें धन और दौलत चाहिए था. इसी शराब के कारण वो बदनाम हो गए। इसी कारण लोगों को भी मौका मिला।
उन्होंने कहा, “मैं लंबे समय से कहता रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए, विचार अच्छे होने चाहिए और छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। लेकिन, उन्हें (AAP) यह समझ में नहीं आया. वे शराब और पैसे में उलझ गए। इससे उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि खराब हुई और इसलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं।
अन्ना हजारे ने कहा कि लोगों ने देखा कि वे (अरविंद केजरीवाल) चरित्र की बात करते हैं लेकिन शराब में लिप्त रहते हैं। राजनीति में आरोप लगते रहते हैं। किसी को यह साबित करना पड़ता है कि वह दोषी नहीं है. सच सच ही रहेगा। जब बैठक हुई, तो मैंने तय किया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं रहूंगा और मैं उस दिन से पार्टी से दूर हूं।