अगर आप भी नवरात्रि में वैष्णो देवी जाने की सोच रहे हैं तो पढ़ ले ये खबर, जारी हुए सख्त आदेश

कटरा : मां वैष्णो देवी भारतीय हिन्दू धर्म के प्रमुख देवी माताओं में से एक हैं। उनका सबसे प्रसिद्ध मंदिर जम्मू और कश्मीर के त्रिकूट पहाड़ों पर स्थित हैं। वैसे तो मां के दर्शन के लिए हर दिन भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रि में मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बहुत.

कटरा : मां वैष्णो देवी भारतीय हिन्दू धर्म के प्रमुख देवी माताओं में से एक हैं। उनका सबसे प्रसिद्ध मंदिर जम्मू और कश्मीर के त्रिकूट पहाड़ों पर स्थित हैं। वैसे तो मां के दर्शन के लिए हर दिन भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रि में मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है। लाखों की गिनती में श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर मां के पास आते हैं। नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं। लेकिन आजकल लोग मां के दर्शन करने कम और फोटोशूट रील्स बनाने ज्यादा आते हैं। जिसके लिए वह अजीबो-गरीब वेशभूषा पहन लेते हैं, जोकि हिन्दू मान्यताओं के अनुसार गलत है।

वहीं मां वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भवन में दर्शन के लिए नई ड्रेस कोड जारी की है। हालांकि यह ड्रेस कोड का नियम बहुत पहले से लागू है लेकिन कोई इसका पालन नहीं करता था। लेकिन अब इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है। अगर आप भी नवरात्रि में मां वैष्णो देवी जाने की सोच रहे हैं तो वहां के नए ड्रेस कोड के बारे में जरूर जान लें। गारा आप उसका पालन नहीं करेंगे तो वैष्णो देवी भवन में मां के दर्शनों की अनुमति नहीं मिलेगी और आपका कटरा जाना निष्फल हो जाएगा।

श्राइन बोर्ड का आदेश
कुछ लोगों ने वैष्णो देवी भवन को मौजमस्ती और सैर-सपाटे का अड्डा बना दिया है। जिसको देखते हुए श्राइन बोर्ड ने इस बारे में सख्ती करने का फैसला किया है। इसी के तहत लोगों को मर्यादित कपड़े पहनकर मां दुर्गा के दर्शनों के लिए आने की अपील की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, श्राइन बोर्ड की नई गाइडलाइन में कहा गया है कि अब से टी-शर्ट, कैपरी, निकर या अन्य छोटे कपड़े पहनकर वैष्णो देवी भवन पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मां की गुफा में एंट्री नहीं मिलेगी। यही उन्हें ‘अटका आरती’ में भाग लेने से भी वंचित कर दिया जाएगा। साथ ही लाउडस्पीकर से भी उन्हें नए नियमों से अवगत करवाया जा रहा है।

- विज्ञापन -

Latest News