Site icon Dainik Savera Times | Hindi News Portal

Milkipur By-Election : Akhilesh Yadav ने चुनाव आयोग से की शिकायत, बोले- मतदाताओं के ID कार्ड चेक कर रही पुलिस

Milkipur By-Election

Milkipur By-Election

Milkipur By-Election : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर में पुलिस मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी शामिल हैं। ऐसे लोगों को तुरंत हटा कर दंडात्मक कार्यवाही की जाए। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पुलिस अधिकारी की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि चुनाव आयोग तुरंत इस समाचार से जुड़ी तस्वीरों का संज्ञान ले कि अयोध्या की पुलिस मिल्कीपुर में मतदाताओं के आईडी कार्ड चेक कर रही है, जिसमें पुलिस के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। ये अप्रत्यक्ष रूप से मतदाताओं में भय उत्पन्न करके मतदान को प्रभावित करने का लोकतांत्रिक अपराध है। ऐसे लोगों को तुरंत हटाया जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

ज्ञात हो कि मिल्कीपुर उपचुनाव का मतदान सुबह सात बजे से शुरू है। तभी से लगातार सपा द्वारा चुनाव आयोग को वीडियो सहित कई शिकायतें सपा की तरफ से की जा चुकी हैं। शिकायत के अनुसार, मिल्कीपुर विधानसभा में बूथ संख्या 103 पर भाजपा नेताओं द्वारा फर्जी मतदान कराए जाने की सूचना है। मिल्कीपुर विधानसभा के बूथ संख्या 6, 7 एवं 8, मोहम्मदपुर पर भाजपा के सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता झंडा लिए मतदाताओं पर दबाव बना रहे हैं।

विधानसभा में बूथ संख्या 120 पर भाजपा नेताओं द्वारा फर्जी मतदान कराए जाने की सूचना है। मिल्कीपुर विधानसभा के बूथ संख्या 193 पर पीठासीन अधिकारी और भाजपा के बूथ एजेंट स्वयं ही मतदाताओं का वोट डाल दे रहे हैं। बूथ संख्या 172 पर कई मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। बूथ संख्या 93, 94, 95 पर भाजपा नेता शंभू सिंह स्थानीय प्रधान के साथ मिलकर मतदाताओं पर दबाव बना रहे हैं, मतदान को प्रभावित कर रहे हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में बूथ संख्या 35, 36, 37, 38 पर भाजपा नेताओं द्वारा फर्जी मतदान कराए जाने की सूचना है। संज्ञान ले चुनाव आयोग, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो।

ज्ञात हो कि मिल्कीपुर उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच है। दोनों दलों ने उपचुनाव में प्रचार करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी थी। दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मैदान में उतर कर प्रचार किया था।

Exit mobile version